माहवारी कोई बीमारी नहीं, प्राकृतिक प्रक्रिया है, डरें नहीं : डॉ. संगीता
- मूक-बधिर बेटियों को दी जानकारी
- आईएमए उदयपुर चैप्टर और अरावली हॉस्पिटल के साझे में बेटियों के लिए जागरूकता कार्यक्रम
- आप भले बोल-सुन नहीं सकतीं पर हर चुनौतियों को चुटकियों में हल कर सकती हैं, बस पहल करें
उदयपुर। माहवारी कोई बीमारी नहीं, बल्कि प्राकृतिक प्रक्रिया है। इसके बारे में सही जानकारी होना बेहद जरूरी है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन उदयपुर चैप्टर और अरावली हॉस्पिटल के साझे में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित में अरावली हॉस्पिटल की मेडिकल डायरेक्टर डॉ. संगीता गुप्ता ने मूक-बधिर बेटियों को इसके बारे में जानकारी भी दी और सिखाया कि कैसे इस वक्त को मजबूती से हैंडल करना चाहिए। उन्होंने बालिकाओं को बढ़ते उम्र के साथ शारीरिक बदलाव के बारे में बताया। माहवारी से पहले दिखाई देने वाले लक्षणों के बारे में जानकारी दी। इसको लेकर फैले भ्रम के बारे में बताया। खून की कमी को कैसे दूर किया जाए इस बारे में भी बताया।
सोसायटी ऑफ डिसएबल्ड एज्यूकेशन के सहयोग से संचालित अभिलाषा स्कूल की 40 छात्राओं को माहवारी में होने वाली समस्याओं के निस्तारण के बारे में जानकारी दी।
उद्घाटन के मौके पर आईएमए उदयपुर के अध्यक्ष डॉ. आंनद गुप्ता, सचिव डॉ. प्रशांत अग्रवाल, सोसायटी ऑफ डिसएबल्ड एज्यूकेशन की आतिया हांजी सहित कई लोग मौजूद रहे।
कार्यक्रम में अरावली हॉस्पिटल की मेडिकल डायरेक्टर डॉ. संगीता ने बालिकाओं को प्रोजेक्टर के माध्यम से माहवारी के दौरान आने वाली परेशानियों से निजात कैसे मिले, इसके बारे में जानकारी दी। छात्राओं ने भी उनसे माहवारी से जुड़े कई सवाल किए।
कार्यक्रम में सभी बच्चे मूक-बधिर होने से दो ट्रांसलेटर्स ने मिलकर कार्यक्रम में जानकारी का आदान-प्रदान किया।