ब्याज माफिया से परेशान व्यापारी ने की आत्महत्या
उदयपुर शहर के एक व्यवसायी दीपक मेहता ने आज मानसिक तनाव के चलते आत्महत्या कर ली, साथ ही सुसाइड नोट में अपनी मौत के लिए एक हेमलता एवं उनके पति निरंजन मोगरा को ज़िम्मेदार बताया है, जिन्होंने दिए गए उधार रुपयों पर अत्यधिक ब्याज लेने के साथ साथ पीड़ित व्यापारी एवं उसके परिवार को प्रताड़ित किया. पुलिस ने आरोपी पति पत्नी के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया है.
जानकारी के अनुसार आज सुबह नवरत्न काम्प्लेक्स निवासी कपडा व्यवसायी दीपक मेहता (47) का शव उनकी अमल का काँटा स्थित दुकान पर फंदे पर लटका मिला, साथ ही एक पांच पन्नो का सुसाईड नोट भी मिला. दीपक मेहता ने आरोप लगाया कि हेमलता एवं निरंजन मोगरा ने मूल रकम पर भारी मात्रा में ब्याज लेने के बावजूद आये दिन उनका एवं उनके परिवार का मानसिक शोषण किया जिससे परेशान हो दीपक मेहता ने आत्महत्या कर ली.
घटना की सूचना मिलते ही व्यापारी संघ एवं पीड़ित के परिवार जन अस्पताल मोर्चरी के बाहर एकत्रित हो गए एवं आरोपी पति पत्नी को गिरफ्तार करने की मांग करने लगे.
जानकारी के अनुसार 13 मार्च को जब दीपक मेहता रात में घर नहीं पहुंचे तो परिवार वालो ने उन्हें तलाशना शुरू कर दिया, आज सुबह उनके मोबाइल फ़ोन की लोकेशन से दुकान पर पहुंचे और देखा तो दीपक मेहता का शव फंदे से लटका हुआ था. सूरजपोल थाना पुलिस ने मौके पर पहुँच शव को एमबी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया.
दीपक मेहता की पत्नी विकास मेहता द्वारा आरोप लगाया गया कि मोगरा दंपत्ति से उनके पति ने उधार रकम ली थी जिसे लौटाने के साथ 20% ब्याज लिया, अब तक लगभग 2 .5 करोड़ मोगरा दंपत्ति को दे चुके है पर मकान और दुकान के कागजात हेमलता मोगरा ने अपने पास रखे है जो लौटा नहीं रहे साथ ही आये दिन फ़ोन पर धमकियां देना, गालियाँ देना और परिवार को मानसिक रूप में प्रताड़ित करते जिससे परेशान हो कर दीपक मेहता ने यह कदम उठाया. आरोपी हम्लाता कंकारिया कलक्ट्रेट में अप्ल्संख्यक विभाग में अधिकारी है.
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया.