उदयपुर के लोक कला मंडल में कला महोत्सव का आयोजन 22 से

 उदयपुर के लोक कला मंडल में कला महोत्सव का आयोजन 22 से

उदयपुर, 18 मई। जनजाति विद्यार्थियों की अध्ययन के साथ परम्परा, संस्कृति तथा कला-कौशल की रचनात्मकता को आगे लाने के उद्देश्य से टीएडी विभाग द्वारा संचालित आश्रम छात्रावास, आवासीय विद्यालयों एवं मॉडल रेजिडेंशियल पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों के लिए ग्रीष्मकालीन अवकाश में कला महोत्सव 2023 का आयोजन 22 से 24 मई तक किया जाएगा।

टीएडी आयुक्त मयंक मनीष ने बताया कि उदयपुर में जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग, टीआरआई एवं भारतीय लोक कला मण्डल के संयुक्त तत्वावधान में भारतीय लोक कला मण्डल के परिसर में आयोजित होने वाले इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में राज्य स्तरीय प्रतियोगिता तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा।

संस्थान के कला एवं संस्कृति प्रभारी महेश चन्द्र जोशी ने बताया कि निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रथम दिन अनुसूचित क्षेत्र तथा बारां जिले के समस्त विभागीय जनजाति छात्रावास व विद्यालयों में कक्षा 6 से 12 में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को आमंत्रित कर लोक कला मण्डल में प्रातः 10 बजे एकल नृत्य, समूह नृत्य, एकल गीत, समूह गीत प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा, साथ ही चित्रकला एवं हस्तशिल्प कला प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। इसके पश्चात सायं 7.15 बजे कला प्रदर्शनी के उद्घाटन के साथ ही  मुक्ताकाशी रंगमंच पर सांस्कृतिक समारोह का आयोजन होगा।

दूसरे दिन प्रातः 10 बजे से विशेषज्ञ जनजाति कलाकारों द्वारा पारम्परिक जनजाति कलाओं के सृजन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रातः 11 बजे से हस्तशिल्पकला एव चित्रकला प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाऐगा। दोपहर 2 बजे से 5 बजे तक विद्यार्थियों की सृजनात्मकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विशेषज्ञ कलाकारों द्वारा हस्तशिल्प एवं कला सृजन का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। सायं 7.00 बजे से छात्र-छात्राओं द्वारा मुक्ताकाशी रंगमंच पर एकल नृत्य, समूह नृत्य, एकल गीत, समूह गीत की प्रस्तुति दी जायेगी।

तीसरे दिन प्रातः 11 बजे से विशेषज्ञ जनजाति कलाकारों द्वारा जनजाति चित्रकला एवं हस्तशिल्प कला का प्रशिक्षण दिया जाएगा। जनजाति छात्र-छात्राओं को कला के प्रति प्रोत्साहन के उद्देश्य से विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति कराई जाएगी। जनजाति कला एवं संस्कृति प्रकोष्ठ द्वारा तीन दिवसीय हस्तशिल्प कला एवं चित्रकला एवं माण्डना कला प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा, जिसमें 6 विशिष्ठ कलाओं के विशेषज्ञ कलाकारों द्वारा प्रतिदिन प्रशिक्षण दिया जाएगा तथा छात्र-छात्राओं द्वारा बनाई गई कला चित्रकला एवं संस्थान के संग्रहालय में रखी हुई कला सामग्री की भव्य प्रदर्शनी का आयोजन भारतीय लोक कला मण्डल में किया जायेगा।

तीन दिवसीय कला महोत्सव में कला प्रोत्साहन हेतु जनजाति वर्ग के ख्याति प्राप्त कलाकारों द्वारा विद्यार्थियों को चित्रकला, मांडना, हस्तशिल्प कला का प्रशिक्षण दिया जायेगा एवं विद्यार्थियों तथा कलाकारों द्वारा तैयार चित्रकला एवम् हस्तशिल्प कला की प्रदर्शनी का आयोजन किया जायेगा।

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