नकली नोट प्रकरण: क्या किसी ने किसी को फंसाया, या बचाया ?

 नकली नोट प्रकरण: क्या किसी ने किसी को फंसाया, या बचाया ?

17 नवम्बर को उदयपुर की स्पेशल टास्क फाॅर्स की टीम और अम्बामाता पुलिस ने सज्जनगढ़ इलाके में जय हिन्द नाम के एक नाश्ते के ठेले पर से 6 लाख रूपये के नकली नोट बरामद किये थे. इस सनसनीखेज़ मामले में एक के बाद एक तीन लोगो को गिरफ्तार किया गया.

गिरफ्तार अभियुक्तों में से एक था सद्दाम, जिसके ठेले पर से नोट होना बताया गया, फ़िलहाल सद्दाम जेल में है पर उसके माँ बाप पिछले 4 महीनो से पुलिस स्टेशन, कोर्ट और उच्च अधिकारियो के दफ्तरों के चक्कर लगा रहे है. वे बता रहे है कि उनके पास अपने बेटे के बेगुनाह होने के सबूत है.

स्थानीय न्यूज़ चैनल एटीएन उदयपुर न्यूज़ ने फोन कॉल रिकोर्डिंग का ऑडियो और विडियो को अपने चैनल पर दिखाया जिसमे सद्दाम एक पुलिसकर्मी को नकली नोटों के बारे में जानकारी दे रहा है. साथ ही नकली नोटों के बंडल को खोलते हुए सद्दाम ने एक विडियो भी बनाया था.

15 नवम्बर को हुए उस फ़ोन कॉल में सद्दाम पुलिसकर्मी को बताता है कि कैसे एक व्यक्ति जिसका नाम वसीम है ने सद्दाम के मामा हुसैन से 3.5 लाख में एक गाड़ी का सौदा किया, पर वह 10 लाख रूपये का एक बंडल उसके घर पर छोड़ गया, जिसमे गाड़ी के सौदे के अलावा जो पैसे थे वह उनके गाँव (कोटडा ) में होरहे चुनाव में भिजवाने थे.

सद्दाम बताता है कि यह सब उसकी गैरहाजरी में हुआ, जब वह घर आया तो उसको सौदे के बारे में पता चला, साथ ही नोटों का टेप लगा हुआ बंडल देख सद्दाम को शक हुआ कि छोटे से पैकेट में 10 लाख कैसे हो सकते है तो उसने उस पैकेट को खोलते हुए विडियो रिकॉर्ड कर दिया. जैसा कि सद्दाम को शक था, जब वह पैकेट खोला तो सभी नोट नकली निकले.

सद्दाम पुलिसकर्मी को आगे बताता है कि इसमें वसीम के साथ एक और युवक जिसका नाम आमीन उर्फ़ सोनू था वह भी शामिल था, जिसे सद्दाम ने उसके घर में कथित तौर पर “गलत” काम करने के बाद पिटाई की जिसके बाद खुद सद्दाम डर गया और पुलिसकर्मी से पूछा कि बताइए अब मैं क्या करू?.

सद्दाम ने सारी बाते अम्बामाता थाने में कार्यरत एक पुलिसकर्मी को कॉल पर बताई. जिस पर पुलिस कर्मी ने उसे कहा कि सुबह थाने जाकर नारायण सिंह जी से मिल लेना और नोट ले कर जाना.

पर 17 नवम्बर को पुलिस ने सद्दाम को उसके ठेले से 6 लाख के नकली नोटों सहित गिरफ्तार किया साथ में सोनू को उसका सहयोगी बताया और मुख्य आरोपी वसीम को 20 नवम्बर को पकड़ा. पुलिस ने बताया की तीनो आरोपी नकली नोट मार्केट में चलाने में लिप्त थे.

सद्दाम और अन्य आरोपियों को जेल हो गयी, पर सद्दाम के माँ बाप अपने बेटे को निर्दोष मानते है, उनका कहना है कि सद्दाम बेकसूर है, यदि कसूरवार होता तो खुद पुलिस को सूचना क्यों देता?, क्यूँ वह विडियो बनाता?. उसके माँ बाप का तो यहाँ तक कहना है कि आरोपी सोनू को उन्होंने खुद पकड़ कर पुलिस के हवाले किया था.

जानकारी मिलने पर पुलिस अधीक्षक डॉ राजीव पचार ने जांच के आदेश दे दिए है. अब डीएसपी चेतना भाटी इस मामले की जांच करेगी.

यदि इस पूरे केस में उस फ़ोन कॉल की रिकॉर्डिंग में थोड़ी भी सच्चाई है तो पुलिस की कार्यप्रणाली पर कई सवाल उठ सकते है.

जैसे – यदि सद्दाम ने खुद नकली नोटों के बारे में बताया तो उसको ही आरोपी क्यों बनाया?

और यदि सद्दाम निर्दोष नहीं भी है, तो भी कई सवाल अब भी अन सुलझे है

सवाल – ऑडियो में सद्दाम 10 लाख के नकली नोट की बात कर रहा है, पुलिस ने 6 लाख के नकली नोट पकडे, पर बाकि के 4 लाख का ज़िक्र कही नहीं है ?

सवाल – ऑडियो में सद्दाम ने 3.5 लाख में गाड़ी का सौदा होना बताया और बाकि के रूपये इलेक्शन में भिजवाने थे? यानी बाकि के 6.5 लाख रूपये या कहिये 6.5 लाख के नकली नोट. तो यह इलेक्शन में किसके कहने पर भिजवाने थे?

सवाल – क्या कोई और भी है इस काण्ड में जिसे कोई बचाना या छुपाना चाहता है ?

ATNUdaipurNews की क्लिप जिसमे सद्दाम का ऑडियो/ विडियो दिखाया गया है

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