इंटरनेशनल डे ऑफ एक्शन ऑन रिवर्स पर लेक क्लीनिंग

 इंटरनेशनल डे ऑफ एक्शन ऑन रिवर्स पर लेक क्लीनिंग

इंटरनेशनल डे ऑफ एक्शन ऑन रिवर्स  — 14 मार्च 2021 पर थीम : राइट्स ऑफ रिवर्स के तहत उदयपुर एन सी सी विंग अभिनव स्कूल व झील मित्र संस्थान की ओर से पिछोला झील में श्रमदान किया गया.

वालंटियर्स ने झीलों में तैर रही गंदगी, प्लास्टिक की थैलियां, बॉटल, और घरेलू कचरे को निकाला गया.

मुख्य वक्ता झील संरक्षण समिति के  डॉ अनिल मेहता ने कहा कि आयड़ नदी के जलग्रहण क्षेत्र में पहाड़,पेड़ो की कटाई, भूजल के अति दोहन, नदी पेटे के कई जगह सिकुड़ जाने,  व गंदगी के विसर्जन से  यह नदी  जल मुक्त – कचरा युक्त एक नाला बन कर रह गई है.

नदी एक जीवंत  पर्यावरणीय  इकाई है, इसके अपने अधिकार है जिन्हें हम निरंतर छीन रहे है। नदी को उसके अधिकार वापिस  मिलने चाहिए, झील प्रेमी तेज शंकर पालीवाल ने कहा कि नदी के जल ग्रहण क्षेत्र में भूजल के अच्छे पुनर्भरण से नदी में सदैव पानी बना रहता था.

सदानीरा आयड़ के लिए जलग्रहण क्षेत्र को सुधारना ही होगा, गांधी मानव कल्याण समिति के निदेशक नंद किशोर शर्मा ने कहा कि कचरा व गंदगी मुक्त रहना नदी का मूल अधिकार है.

उदयपुर यदि नदी को कचरा पात्र बना रहा है तो यह नदी के मूल अधिकारों का हनन है, अभिनव स्कूल के निदेशक कुशल रावल ने कहा कि हर नागरिक नदी के मूल व विधिक अधिकारों को समझे , इसके लिए व्यापक शिक्षण व जन जागरण करना होगा. एन सी सी के कैडेट इसमे प्रमुख भूमिका निभा सकते है, अभिनव विद्यालय के जलयोद्धा देवराज सिंह ने कहा कि नदी को स्वच्छ रखने में  युवाओं को जोड़ना चाहिए.

सभी उदयपुरवासियों से करबद्ध निवेदन है कि झीलों को कचरा पात्र न समझे और जिमेद्दार नागरिक का कर्तव्य निभाए।

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