पुलिस ने पकडे 3 बाइक चोर
– कोड भाषा का करते थे इस्तेमाल, बाइक को “आम” और पिस्टल को कहते थे “अमरुद”
– उदयपुर पुलिस की “नाक में दम” करना चाहते थे, अब हवालात का चख रहे मज़ा
– नर्सिंग का आई कार्ड बता कर नाकाबंदी से बचते थे
– हिरण मगरी थाना पुलिस की सफल कार्यवाही
उदयपुर की हिरण मगरी थाना पुलिस ने तीन बाइक चोरो को पकड़ा है जो नर्सिंग कॉलेज के छात्र भी है और अपने नर्सिंग के आईडी को बता कर कई बार पुलिस नाकाबंदी से भी बचते रहे, तीनो महंगी बाइक चुरा का मौज मज़े करने के आदि थे.
थाना अधिकारी डॉ हनुवंत सिंह राजपुरोहित द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार, अभियुक्त रवि (22) पिता विनोद निवासी चन्द्रपोल दरवाज़े के पास माली वाडा कोतवाली बाँसवाड़ा, मितेंद्र (22) सिंह पिता लक्ष्मण सिंह निवासी रायकी आसपुर डूंगरपुर और अजहरुद्दीन (22) उर्फ़ अज्जू पिता मोहम्मद शरीफ निवासी पहुना बैंक ऑफ़ बरोदा के पास राशमी चित्तोडगढ को गिरिफ्तार किया है और इनसे 4 महंगी मोटर साइकिले बरामद की गयी है. पुलिस द्वारा पूछताछ जारी है और भी वारदाते खुलने की उम्मीद है.
पुलिस द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार, तीनो ने अपने शरीर पर “बदमाश विलेन” जैसे टाटू गुदवा रखे है, साथ ही चोरी के दौरान कोडवर्ड का इस्तेमाल करते है जैसे बाइक को “आम” कह कर और पिस्टल को “अमरुद” से संबोधित करते है. जैसे “आम बेच कर अमरुद खरीदेंगे” यानी बाइक बेच कर पिस्टल खरीदेंगे और उदयपुर पुलिस की नाक में दम कर देंगे.
हालाँकि उदयपुर पुलिस ने इन उभरते टुच्चो के मंसूबो पर पानी फेर दिया.
तीनो अभियुक्त बाइक चुरा कर उमरडा रिको कलडवास के जंगलो में झाड़ियो में छुपा देते थे और बेचने की फ़िराक में थे. तभी हिरणमगरी थाना के कांस्टेबल उपेन्द्र सिंह को मुखबिर से सुचना मिली जिसके बाद तीनो को ट्रेप कर पकड़ा गया.
पुलिस टीम में हेड कांस्टेबल संजय कुमार. हेड कांस्टेबल करण सिंह, कांस्टेबल उपेन्द्र सिंह, कांस्टेबल भारमल और कांस्टेबल दिनेश ने कार्यवाही को अंजाम दिया. उपेन्द्र सिंह की विशेष भूमिका रही.