कलक्टर, आईजी की पहल पर अनुष्का एकेडमी ने दी निःशुल्क ट्रेनिंग – 38 में से 18 लड़कियों का कांस्टेबल भर्ती में हुआ चयन
आर्थिक और सामाजिक पिछड़ापन कामयाबी में रुकावट खड़ी नहीं कर सकता. मन में लगन विश्वास और सही मार्गदर्शक हो तो कोई भी कमजोरी आपको सफल होने से रोक नहीं सकती.
उपरोक्त वाक्य को सच साबित किया है उन 18 युवतियों ने जिन्होंने कठिन परिस्थतियों में भी कड़ी मेहनत से कामयाबी हासिल की और पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में चयनित हुई.
इस कामयाबी के पीछे तीन लोगो का भी ख़ास भूमिका है, उदयपुर की तत्कालीन ज़िला कलक्टर आनंदी, उदयपुर की तत्कालीन आईजी बिनीता ठाकुर और अनुष्का एकेडेमी के निदेशक राजीव सुराणा.
जिला प्रशासन की इन दोनों महिला उच्च अधिकारियो की ही पहल पर विधवा एवं परित्यक्ता महिलाओं तथा एस टी बालिकाओ को संबल बनाने हेतु कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा की अनुष्का एकेडेमी के तत्वाधान में निःशुल्क तैयारी करवाई थी, साथ ही आरएएस दीपक मेहता का भी मार्गदर्शन रहा.
जिसके तहत हाल ही में घोषित परीक्षा परिणाम में 38 में से 18 विद्यार्थियों का लिखित परीक्षा में अंतिम रूप से चयन हुआ.
हालाँकि जिला कलक्टर और आईजी दोनों का ही उदयपुर से अब तबादला हो चुका है परन्तु उनके द्वारा शुरू किया गया यह कार्य जारी है और इसी तरह जारी रहेगा, यह कहना है अनुष्का एकेडमी के राजीव सुराणा का.
राजीव सुराणा ने बताया कि आदिवासी क्षेत्र के छात्रों के लिए जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग एवं अनुष्का एकेडेमी के संयुक्त तत्वाधान में भी निःशुल्क कोचिंग कार्यक्रम करवाया गया जिसमे 50 में से 21 विद्यार्थियों का लिखित परीक्षा में चयन हुआ हैं.
इस तरह अब दोनों ही परीक्षा में चयनित हुए विद्यार्थियों के लिए शारीरिक परीक्षा की तैय्यारियाँ शुरू कर दी गयी है. इसमे ट्रेनर कैलाश डांगी और धनराज यादव द्वारा रोजाना सुबह 6:30 बजे सभी चयनित विद्यार्थीयों को गांधी ग्राउंड पर ट्रेनिंग दी जा रही है. सभी विद्यार्थियों को समय समय पर डीवाईएसपी चेतना भाटी, स्वाति शर्मा, सुधा पालावत ने भी मार्गदर्शन प्रदान कर उनका हौसला बढ़ाया.
अनुष्का एकेडमी ने हमेशा सामाजिक सरोकार के कामो में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया है, चाहे वह शहरी समस्या हो या सामाजिक.
इसी तरह और गैर सामाजिक संस्थाओ को भी सामाजिक कार्य में आगे आना चाहिए ताकि कमज़ोर तबका कभी कमज़ोर न रहे, खुशियों का हक़ तो सभी को है ना.