सरकारी शिक्षक के तीनो पुत्र बनेंगे डॉक्टर
शिक्षा के महत्व को भला शिक्षक से ज्यादा कौन समझ सकता है, शायद यही कारण रहा होगा कि एक सरकारी स्कूल में प्रधानाध्यापक के रूप में सेवा देते हुए हजारीलाल रेगर ने अपने तीनो पुत्रो में शिक्षा की अलख को इस तरह जगाए रखा कि एक नहीं, दो नहीं बल्कि तीनो ही डॉक्टर बनने वाले है.
जी हाँ यह प्रेरणात्मक कहानी है कपासन के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बनाकिया खुर्द के प्रधानाध्यापक हजारीलाल रेगर के परिवार की.
हजारीलाल जी के सबसे बड़े बेटे रोहित झारोटिया का एमबीबीएस का आखिरी साल चल रहा है, उनका 2017 में उदयपुर में चयन हुआ था, दुसरे बेटे ललित कुमार का अन्य देश में सरकारी मेडिकल कॉलेज में चयन हुआ तो सबसे छोटे बेटे यश का अखिल भारतीय रैंक के साथ चयन हुआ है.
तीनो भाइयों ने अपनी स्कूली शिक्षा नवोदय विद्यालय मंडफिया से पूरी की. अपने पिता के बताये रास्ते पर चल, मेहनत और लगन से आज तीनो भाई डॉक्टर बनने वाले है.