डॉ अर्चना शर्मा आत्महत्या: उदयपुर के चिकित्सको का प्रदर्शन, बंद रहे प्राइवेट अस्पताल
- दौसा की महिला डॉक्टर अर्चना शर्मा द्वारा आत्महत्या से आहत प्रदेश के चिकित्सक, उदयपुर में भी हुआ प्रदर्श
- मरीज़ के परिजनों ने लगाया डॉक्टर पर हत्या का आरोप, पुलिस ने डॉक्टर के खिलाफ 302 में दर्ज किया मामला, तनाव के चलते डॉक्टर ने की आत्महत्या
प्रदेश के दौसा ज़िले के एक प्राइवेट अस्पताल की गाइनेकोलोजिस्ट डॉ अर्चना शर्मा द्वारा आत्महत्या करने के बाद आज उदयपुर के डॉक्टरो द्वारा आज प्रदर्शन किया गया एवं आरोपियों के खिलाफ सख्त क़ानूनी कार्यवाही की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा गया.
डॉ अर्चना शर्मा पर एक 22 वर्षीया गर्भवती महिला के इलाज के दौरान मौत होने के बाद परिजनों द्वारा 302 (हत्या) का मामला दर्ज करवा दिया. जिसके बाद वह मानसिक तनाव में थी और उसी के चलते डॉ अर्चना ने आत्महत्या कर ली.
उदयपुर के इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के प्रेसिडेंट डॉ आनंद गुप्ता ने बताया कि आज उदयपुर शहर के चिकित्सको द्वारा कलक्ट्री पर प्रदर्शन किया गया एवं डॉ अर्चना शर्मा की मौत के दोषियों पर जल्द कार्यवाही की मांग की गई. डॉ गुप्ता ने कहा कि “डॉ अर्चना शर्मा की आत्महत्या सामाजिक कलंक है, और इसके ज़िम्मेदार समाज, प्रशासन और वह सभी लोग है जो एक तरफ डॉक्टर को भगवान का दर्जा देते है और दूसरी तरफ उसी डॉक्टर पर हत्या के आरोप लगाते है, डॉक्टर हमेशा अपने मरीज़ को बचाने की कोशिश करते है न कि मारने की.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा सभी चिकित्सा संस्थान, सरकारी एवं मय एमेर्जेसी 30 मार्च प्रातः 6 बजे से 31 मार्च प्रातः 6 बजे तक पूर्ण रूप से बंद रखने का आह्वान किया है.
41 वर्षीय डॉ अर्चना शर्मा गोल्ड मेडलिस्ट थी, वह एमबीबीएस, एमडी, स्त्री रोग, प्रसूति एवं निसंतानता विशेषज्ञ के साथ साथ मेडिकल कॉलेज गांधीनगर में एसोसिएट प्रोफेसर भी रह चुकी थी. डॉ अर्चना दौसा के लालसोट में अपने पति डॉ सुनीत उपाध्याय के साथ आनंद हॉस्पिटल में सेवा दे रही थी. अर्चना शर्मा के दो बच्चे है.
अपने सुसाइड नोट में अर्चना शर्मा ने लिखा “मैंने कोई गलती नहीं की, किसी को नहीं मारा, मेरा मरना शायद मेरी बेगुनाही साबित कर दे…
अर्चना शर्मा ने लिखा कि पीपीएच कोम्प्लिकेशन है इसके लिए डॉक्टरों को प्रताड़ित करना बंद करो!!
आज हुए प्रदर्शन में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के साथ अन्य संघठनो से जुड़े सीनियर डॉक्टर्स डॉ शंकर बामनिया, डॉ तरुण व्यास, डॉ प्रदीप बन्दवाल, डॉ विजय गुप्ता, डॉ राजवीर सिंह, डॉ लाखन पोसवाल, डॉ आर एल सुमन, डॉ प्रशांत अग्रवाल सहित कई डॉक्टर उपस्थित थे.