लम्पी से बचाव और सुरक्षा की कोशिश में उदयपुर
राजस्थान अनुसूचित जनजाति परामर्शदात्री परिषद के सदस्य लक्ष्मीनारायण पण्ड्या ने सराड़ा तहसील के विभिन्न ग्रामों का दौरा कर लंपी रोग से बचाव व सुरक्षा के संबंध में ग्रामीणों से चर्चा की।
उन्होंने कहा कि इस रोग से पशुधन को बचाने के लिए अधिकारियों के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों, युवा वर्ग एवं गांव के प्रबुद्धजनों को सक्रिय भागीदारी निभानी होगा। उन्होंने पीलादर में ग्राम चौपाल में कृषि एंव पशुपालन से जुडे कृषको से वार्ता की।
उन्होंने कहा कि पशुओं में तेज बुखार, नाक, आंख तथा मुंह से स्त्राव एवं चमड़ी पर गांठे आदि होने पर इन पशुओं को स्वस्थ पशुओं से अलग कर चारा-पानी अलग से दें। पशुओं के बाड़ों में मक्खियों, मच्छरों तथा चिंचड़ों के नियंत्रण हेतु पशु चिकित्सक की सलाह पर कीटनाशक घोल का छिडकाव करें और मृत पशुओं को खुले में नहीं डालकर, गांव से दूर गहरा गड्ढा खोदकर बिना बुझा चूना व नमक डालकर दफनाऐं।
बीमार पशुओं के उपचार हेतु पशुपालन विभाग से अधिकृत कर्मियों से सम्पर्क कर तुंरत इलाज मुहैया कराए। इस अवसर पर पूर्व जिला परिषद सदस्य मोहनलाल औदिच्य, गोविन्द राम पटेल, ओम प्रकाश मीणा, नरेश पटेल, समाज सेवी दिनेश कुमार औदिच्य उपस्थित रहे।
लम्पी डिजीज में बचाव व सुरक्षा के लिए अनुकरणीय पहल: मंगलम एजुकेशन सोसायटी ने दी 10 लाख रुपये की सहायता
उदयपुर जिले में पशुधन को लम्पी रोग से बचाने के लिए हर वर्ग अपनी भूमिका अदा कर रहा है। राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन के प्रयासों से समाजसेवी व उद्योगपति भी पूर्ण सहयोग दे रहे है। इसी कड़ी में उदयपुर की मंगलम एजुकेशन सोसायटी (डीपीएस) के अध्यक्ष गोविन्द अग्रवाल ने जिला कलक्टर ताराचंद मीणा की उपस्थिति में राजस्थान पशु चिकित्सक संघ को 10 लाख रुपये की सहायता राशि का चैक प्रदान किया।इस अवसर पर पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. सूर्य प्रकाश त्रिवेदी, उपनिदेशक डॉ. शक्ति सिंह व पशु चिकित्सा संघ के अध्यक्ष दिनेश सारड़ा उपस्थित रहे।