गिट्स: आर्टीफिशियल इन्टेलीजेंस पर हुआ अन्तर्राष्ट्रीय सेमिनार

 गिट्स: आर्टीफिशियल इन्टेलीजेंस पर हुआ अन्तर्राष्ट्रीय सेमिनार

गीतांजली इंस्टिट्यूट आॅफ टेक्निकल स्टडीज( गिट्स ) डबोक उदयपुर में कम्प्यूटर साईंस इन्जिनियरिंग ब्रान्च के तत्वाधान में आर्टीफिशियल इन्टेलीजेंस- नाॅलेज रिप्रजेन्टेशन एण्ड रिजनिंग पर ऑनलाइन अन्तर्राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया।

संस्थान के निदेशक डाॅ. विकास मिश्र ने बताया कि आज दुनिया औद्योगिक क्रान्ति में प्रवेश कर रही हैं। ऐसे में आर्टीफिशियल इन्टेलीजेंस जैसे स्मार्ट तकनीक का रोल आने वाली दिनों में बढता ही जायेगा। आर्टीफिशियल इन्टेलीजेंस का विकास आने वाले दौर को नया रूप देगा। आने वाली पीढी को अभी से आर्टीफिशियल इन्टेलीजेंस के प्रति जागरूक करने के लिए इस सेमिनार का आयोजन एम.बी.एम. इन्जिनियरिंग काॅलेज जोधपुर के पूर्व प्रोफेसर एण्ड हेड प्रो. (डाॅ.) के. आर. चौधरी के सानिध्य में किया गया।

प्रमुख वक्ता के रूप में प्रो.डॉ चौधरी ने कहा कि दुनिया का हर प्रमुख क्षेत्र जैसे कृषि, सुरक्षा, इण्डस्ट्री व मेडिकल आदि स्मार्ट होने के तकनीक के पथ पर अग्रसर हैं। खासकर हम यदि मेडिकल के क्षेत्र की बात करे तो इस क्षेत्र के नये आविष्कार व मशीन आर्टीफिशियल इन्टेलीजेंस आधारित बनाई जा रही हैं जिससे न केवल इन्जिनियर्स अपितु सभी के लिए आर्टीफिशियल इन्टेलीजेंस सम्बन्धित तकनीक सीखना तकरीबन अनिवार्य हो गया हैं। इसके अतिरिक्त प्रो. चौधरी ने विद्यार्थियों को आर्टीफिशियल इन्टेलीजेंस सम्बन्धित छोटे-छोटे टास्क का समाधान कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग के माध्यम से कर के दिखाया।

कम्प्यूटर साईंस विभागाध्यक्ष डाॅ. मयंक पटेल के अनुसार भविष्य में तकनीक का हर क्षेत्र आर्टीफिशियल इन्टेलीजेंस पर निर्भर करेगा। यह ऐसी तकनीक है जो खुद सोचने, समझने और चीजों को अन्जाम देने में सक्षम होती हैं। इस कार्यक्रम में ऑनलाइन ऑफलाइन के माध्यम से 200 से ज्यादा छात्र व छात्राएं हिस्सा लेकर आर्टीफिशियल इन्टेलीजेंस के ज्ञान से रूबरू हुए।

इस अवसर पर वित्त नियंत्रक बी.एल. जांगिड एवं आई.क्यू.ए.सी. निदेशक डाॅ. सुधाकर जिंदल़ ने आर्टीफिशियल इन्टेलीजेंस के भविष्य की संभावनाओं पर अपने विचार छात्रों के साथ साझा किये।

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