आर जे अंकित ने कोर्ट में किया परिवाद दाखिल, पुलिस करेगी मामले की जांच


अंकित का आरोप: मूल के साथ दुगना ब्याज लगा प्रताड़ित कर रहा है योगेश खत्री
उदयपुर के जाने माने आरजे अंकित माथुर ने अपने बिजनेस पार्टनर हार्दिक खत्री एवं उसके पिता योगेश खत्री के खिलाफ कोर्ट में परिवाद पेश किया है, जिसमे अंकित ने उनके खिलाफ ब्लैकमेल करने, प्रताड़ित करने और मूल से दुगनी रकम वसूलने का दबाव बनाने का आरोप लगाया है.
न्यायलय द्वारा पुलिस को इस मामले में जांच के आदेश दिए गए है वहीँ अंकित की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी गई है.
गौरतलब है कि खत्री द्वारा पहले अंकित के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज करवाया गया था जिसमें अंकित पर 31 लाख रूपये हड़पने का आरोप था. इस मामले में अंकित माथुर के भाई आनंद माथुर को गिरफ्तार किया जा चुका है .
क्या है मामला?
जानकारी के अनुसार, अंकित माथुर एवं हार्दिक खत्री ने मिल कर एक पशु आहार का व्यवसाय शुरू किया था जिसमे बरोडिया क्षेत्र में अंकित की ही ज़मीन पर फैक्ट्री लगाई थी, पार्टनरशिप के अनुसार ज़मीन अंकित की और इन्वेस्टमेंट हार्दिक का होना था, परन्तु कोरोना काल में वह व्यवसाय शुरू नहीं हो पाया.
अंकित ने आरोप लगाया कि हार्दिक के पिता योगेश खत्री लाखो रूपये कैश में लगाने लगे जिस पर अंकित ने उन्हें मना किया तो योगेश खत्री ने अपने ब्लैक मनी को वाइट करने का हवाला देते हुए व्यवसाय में 17 लाख रूपये लगाये. पर आपसी अनबन में और कोरोना काल में बिज़नेस शुरू नहीं हो पाया.
अंकित ने यह भी आरोप लगाया की योगेश खत्री एवं अन्य लोग उसके घर में जबरन गुस कर 31 लाख रूपये की डिमांड करने लगे, नहीं देने पर मारपीट की जिस पर अंकित द्वारा पुलिस को सूचित किया था, पर मामला दर्ज नहीं किया गया. उल्टा कुछ दिनों के बाद खत्री द्वारा अंकित के ही खिलाफ सुखेर थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर दिया गया. अंकित ने बताया कि उसपर 31 लाख रूपये के चेक पर ज़बरदस्ती साइन करवाया गया और बैंक लोन चुकाने का भी दबाव बनाया गया.
दूसरी तरफ खत्री का आरोप है कि अंकित ने उनके द्वारा इन्वेस्ट किये गए 31 लाख रूपये हड़प लिए जबकि अंकित ने इन आरोपों को झूठा बताते हुए कहा कि उन्होंने (योगेश खत्री ) ने 17 लाख रूपये लगाये थे पर अब ब्याज, प्रॉफिट आदि जोड़ कर 31 लाख मांगे जा रहे है, बैंक से लिया लोन भी अंकित को चुकाने का दबाव बनाया जा रहा है.
अंकित माथुर ने न्यायलय में परिवाद पेश कर उसके खिलाफ हुए कथित षडयंत्र का खुलासा एवं न्याय की अपील की जिसे न्यायलय द्वारा स्वीकार कर पुलिस को जांच के आदेश दिए गए है.