बच्चो में किताबों के शौक को फिर से जिंदा करता क्यूरियस ककून #StartupStory
- उदयपुर की दो महिला उद्दमियों द्वारा शुरू किया गया स्टार्टअप
- देश के 15 शहरों के 200 बच्चो तक 3000 किताबें पहुंचा चुका है
बचपन में कहानियां अमूमन हर बच्चे को सुनना पसंद होती है, पर कहानियों की किताबे पढ़ना कई सारे बच्चे नापसंद करते है. वजह – बदलती जीवन शैली में मोबाइल और टीवी का प्रभाव या अच्छी स्टोरी बुक्स का खर्च वहन करने में अभिभावकों की क्षमता…वजह चाहे कुछ भी हो कहानियों की किताबे दिखना कम होती जा रही है.
बच्चो में किताबे पढने के शौक को विलुप्त होने से बचाने के लिए उदयपुर की दो महिलाओं ने एक स्टार्ट अप शुरू किया है जिसमे आप अपने बच्चो के लिए घर बैठे बुक्स किराये पर ले सकते है, उपहार स्वरूप दे सकते है, या चाहे तो खरीद भी सकते है.
“क्युरीअस ककून” की संस्थापिका रिद्धि शाह और पेरून लोढ़ा ने यह स्टार्ट अप “योर डोर स्टेप लाइब्रेरी” कांसेप्ट पर यानी किताबे आपके घर तक, वर्ष 2021 में शुरू किया और आज उनके प्रयास से मात्र एक वर्ष में न सिर्फ उदयपुर बल्कि देश के 15 शहरों के 200 से ज्यादा बच्चो तक 3000 से ज्यादा किताबे पहुंचाई जा चुकी है.
यह किताबे विभिन्न जोनरे के अलावा भारत और विश्व के कुछ सबसे बेहतेरीन चिल्ड्रन स्टोरी ऑथर्स द्वरा लिखी एवं पब्लिशर द्वारा छापी गई है. संस्थापिका रिद्धि शाह का मानना है कि किताबे पढने से बच्चो में रीडिंग के प्रति रूचि तो बढ़ेगी ही उनके मानसिक और व्यक्तिव विकास में भी यह उपयोगी साबित होगा.
रिद्धि ने पिछले 15 वर्षो में कई संस्थाओ के साथ मिलकर शहरी एवं ग्रामीण बच्चो के लिए काम किया है, वे एक माँ, लेखक, कहानी वाचक, पॉडकास्टर एवं एनिमल लोवर होने की बहुभुमिका निभा रही है.
वही पेरून ने भी अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कर जॉब की, फिर “टीच फॉर इंडिया” संस्था से जुड़ ग्रामीण बच्चो की शिक्षा के लिए काम कर रही है.
पेरून बताती है कि बच्चो में किसी तरह के शौक या क्रिया को थोप नहीं सकते पर उनमे रूचि विकसित की जा सकती है ताकि वे अपनी हॉबी में बेहतर विकल्प को चुने न कि ऐसी कोई एक्टिविटी जिसमे सेहत पर नुकसान भी हो और कोई लाभदायक परिणाम भी न निकले.
क्यूरियस ककून के फ्यूचर प्लान्स के बारे में बताते हुए कहती है “अगले कुछ वर्षो में हम क्यूरियस ककून की कम्युनिटी विकसित करना चाहते है ताकि ज्यादा से ज्यादा बच्चो तक पहुँच सके, हमारा सपना है कि हर बच्चे के हाथो में स्टोरी बुक्स हो”.
पढ़ना कई तरह से बच्चो के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, यह अभिभावकों पर भी निर्भर करता है कि वे कैसे अपने बच्चो में पढने के शौक को विकसित करते है.
हमारे समाज को बच्चो के बहुआयामी विकास के लिए क्यूरियस ककून जैसे और स्टार्ट अप की ज़रूरत है.
Curious Cocoon से किताबे लेने के लिए उनकी वेबसाइट https://curiouscocoon.in/ द्वारा संपर्क किया जा सकता है