नाट्य संध्या में हुआ कहानियों का मंचन


उदयपुर की नाट्यांश सोसाइटी ऑफ ड्रामेटिक एंड परफोर्मिंग आर्ट्स के द्वारा रविवार शाम को नाट्य संध्या का आयोजन महाराष्ट्र भवन पर किया गया।
संयोजक मोहम्मद रिज़वान मंसूरी ने बताया कि इस नाट्य संध्या में नाट्यशास्त्र में वर्णित विभिन्न रसों पर आधारित अलग – अलग विषय पर क्रिएटिव ड्रामा क्लासेस के कलाकारों द्वारा स्वलिखित कहानियों क्रमश भुवन जैन द्वारा “बराबरी”, दीपक जोशी द्वारा “इंतजार”, यश शाकद्वीपिय द्वारा “टेबल कुर्सी”, महावीर शर्मा द्वारा “बहर”, उर्वशी कंवरानी द्वारा “देसी अंग्रेजी” और मुकुल खांडिया द्वारा कारा – एक रहस्यमय जानवर का मंचन हुआ। जिसे स्वयं लेखकों ने ही मंचएकल अभिनय के द्वारा इसे दर्शाया।
इन कहानियों की प्रस्तुति से पहले नाट्यशास्त्र मैं उल्लेखित 11 नाट्यअंग को समझाया गया तथा रस सिद्धांत को ध्यान में रखते हुए आज के समय से इसके समकालीन प्रयोग करने का प्रयास किया।विभिन्न रसों पर को प्रदर्शित करती सभी कहानियां समाज के विभिन्न स्तर पर जुड़े लोगों की जिंदगी को समझने में मदद करती है और पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही परंपराओं को तथा मूल्यों के महत्व को बताती है। इन कहानियों में समाज के विभिन्न परिस्तिथियों कि छवि को रंगमंच पर एकाभिनय क़े द्वारा प्रस्तुत किया गया।


इन सभी कहानियों के मंचन मे निर्देशन अशफाक नूर खान पठान का रहा और रेखा सिसोदिया एवम् अमित श्रीमाली का मार्गदर्शन रहा। कार्यक्रम के अन्त में नाट्यांश के अध्यक्ष अशफाक नूर खान ने सभी कलाकारों को बधाई और दर्शकों को ध्न्यवाद देते हुए यह भी बताया कि नाट्यांश द्वारा आयोजित प्रस्तुति परख रंगमंच कार्यशाला तराश 2022 का आयोजन 21 मई से 12 जुन 2022 तक किया जायेगाए जिसमें 10 वर्ष से ऊपर के अभी अभ्यर्थी भाग ले सकते हैए कार्यशाला के अन्त में प्रतिभागियों द्वारा नाटक तैयार कर उसकी कि प्रस्तुति की जाएगी तथा सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किये जाएगा।