एमपीयूएटी ने किया रेडक्रॉस सोसाइटी से एम ओ यू

 एमपीयूएटी ने किया रेडक्रॉस सोसाइटी से एम ओ यू

दिनांक 20 अप्रैल 2022 को जयपुर स्थित राजभवन के सभागार में माननीय राज्यपाल महोदय की उपस्थिति में भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी, दिल्ली व इसकी राजस्थान शाखा तथा महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर के मध्य त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया गया।

इस कार्यक्रम में महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की ओर से माननीय कुलपति डा. नरेन्द्र सिंह राठौड़ ने भाग लिया। यह समझौता तीन वर्ष के लिये प्रभावी होगा। समझौते के अंतर्गत तीनों संस्थाएॅं अपने-अपने व्यापक मानवीय सिद्धांतों का संधारण करते हुए रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा अपनाये गये मानवीयता, निष्पक्षता, तटस्थता, स्वतंत्रता, स्वैच्छिकता, एकता व सार्वभौमिकता के सिद्धांतों पर कार्य करेंगे।

रेडक्रॉस व एमपीयूएटी आपदा प्रबंधन, जलवायु परिवर्तन तन्यकता, पर्यावरण प्रबंधन व संरक्षण, जलवायु अनुकूलता, पारिस्थितिकी आधारित आजीविका, स्वास्थ्य व रक्त सेवा जैसे क्षेत्रों के अतिरिक्त विश्वविद्यालय के जनजाति बाहुल्य क्षेत्रों में तकनीकी शोध व विकास साथ-साथ युवाओं में सुनियोजित वित्त पोषण के माध्यम से आपदा प्रबंधन व जलवायु प्रत्यास्थी कृषि में कौशल प्रदान करने हेतु सहभागिता एवं सहयोग करेंगे।

इसके साथ ही आपसी हित के अन्य क्षेत्रों में भी तीनों संस्थाएॅं एक-दूसरे का सहयोग करेंगी।उल्लेखनीय है कि  रेड क्रॉस सोसायटी चिकित्सकीय सेवा में अपने वृहद स्वयं सेवक आधार तथा समुदाय निर्देशित कर्यक्रमों की क्रियान्विति में विशेषज्ञता रखती है वहीं महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय एक बहु-संकायी तकनीकी विशेषज्ञता वाला विश्वविद्यालय है जो रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा क्रियान्वित मानवीय परियोजनाओं के घटकों व प्रशिक्षणों का मूल्यांकन करने में सक्षम सिद्ध होगी।

रेड क्रॉस सोसायटी व विश्वविद्यालय अपने-अपने स्तर पर कमेटी गठित कर सहभागिता परियोजनाओं का निर्माण कर उनके सुचारू संचालन को सुनिश्चित करेगें।

कुलपति डा. नरेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि माननीय राज्यपाल श्री कलराज मिश्र की गरिमामयी उपस्थिति में हुए इस समझौते से विश्वविद्यालय के कार्यक्षेत्र में भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी के राष्ट्रीय मुख्यालय व राजस्थान राज्य शाखा तथा महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के परस्पर सहयोग से यहॉं मानवीय हित के कार्यों को नई दिशा व गति मिल सकेगी। डा. राठौड़ ने इस समझौते के विचार को क्रियान्वित करने हेतु माननीय राज्यपाल का आभार व्यक्त किया।

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