घायल छात्रा की विडियो बनाते रहे लोग, उपचार में देरी के चलते हो गयी मौत
होमियोपैथी की एक छात्रा को तेज़ रफ़्तार कार ने टक्कर मार दी जिससे वह नाले में गिर गयी, गंभीर घायल छात्रा को अस्पताल पहुँचाने की जगह वहां खड़े लोग उसका विडियो बनाने लगे. उपचार में देरी की वजह से आखिर छात्रा ने दम तोड़ दिया.
मानवता को शर्मसार करने वाली यह घटना गुरुवार 25 मार्च की है, हादसे की शिकार छात्रा आशा (20) पुत्री कैलाश पाटीदार निवासी निम्बाहेडा, उदयपुर के एक निजी कॉलेज से नर्सिंग की पढाई कर रही थी.
घटना सविना थाना क्षेत्र की है, आशा अपनी स्कूटी पर जा रही थी तभी फ़ोन आने पर वह स्कूटी साइड में खड़ी कर फ़ोन पर बात कर रही थी. तभी अचानक एक तेज़ रफ़्तार कार ने आशा को टक्कर मार दी जिससे वह पास ही एक नाले में गिर गयी. सर पर गहरी चोट और समय पर उपचार नहीं मिलने के चलते आशा की मौत हो गयी.
टक्कर मारने वाली कार को चलाने वाला युवक भी आशा के ही कॉलेज में एमबीबीएस का छात्र है, जानकारी मिली कि उसके पिताजी इमरजेंसी में एडमिट थे जिसकी वजह से वह कार तेज़ चला रहा था और हडबडाहट में वह नियंत्रण नहीं रख पाया और आशा को टक्कर मार दी.
प्रातः काल अखबार में छपी खबर के अनुसार, लोग घायल छात्रा की विडियो बनाने लगे, हादसे के करीब 15 मिनट के बाद युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष प्रेम सिंह वहां से निकले तो हादसे के बारे में पता चला, उन्होंने घायल छात्रा को तुरंत अस्पताल पहुँचाया पर तब तक देर हो चुकी थी.
काश फोन पर विडियो बनाने की जगह कोई उस घायल लड़की की सहायता कर देता, क्या नैतिक मूल्य, मानवता, दया और सहायता अब सिर्फ शब्द रह गए है? क्या इस जनरेशन को यह भी सीखाना पड़ेगा कि एक परेशान, घायल और बेसहारा की मदद करनी चाहिए?