नाबालिग बच्चें का अपहरण और परिजनों से मारपीट का आरोपी गिरफ्तार

 नाबालिग बच्चें का अपहरण और परिजनों से मारपीट का आरोपी गिरफ्तार

उदयपुर. गोवर्धन विलास पुलिस ने नाबालिग बच्चें का अपहरण और परिजनों के साथ मारपीट करने के मामले में शातिर आरोपी गजेन्द्र उर्फ गज्जू को गिरफ्तार किया है. थानाधिकारी राव अजय सिंह ने बताया कि आरोपी सेक्टर 14 निवासी गजेंद्र राठौड उर्फ गज्जू उर्फ गोलू को जरिये प्रोडेक्शन वारंट गिरफतार किया गया है।

उन्होंने बताया कि 6 सितंबर को प्रार्थी ने थाना गोवर्धनविलास पर एक प्रकरण इस आशय का दर्ज करवाया कि उसका 17 वर्षीय पुत्र शहर के एक निजी कोचिंग संस्थान में अध्यनरत है। पिछले करीब 3 माह से एक गजेन्द्र राठौड उर्फ गज्जू उसके नाबालिग पुत्र को आईफोन मोबाईल व अन्य लालच देकर

उससे गलत कार्य करवाता है व जिससे उसका नाबालिग पुत्र रात-रात भर अपने घर पर नही आता है। नाबालिग बच्चे की तलाश करते हुए गजेन्द्र उर्फ गज्जू के घर पर पहुंचा व अपने नाबालिग बच्चे के बारे पूछताछ की तो गजेन्द्र उर्फ गज्जू ने उसके साथ मारपीट की

जिससे प्रार्थी को चोटे आई। गजेन्द्र उर्फ गज्जू बदमाश प्रवृति का लड़का है व छोटे बच्चों को बहला-फुसला कर उनसे गलत नशे करवाता है व उनको नशे का आदि बनाता है व बाद में उनको ब्लेकमेल कर उनसे अवैध रूपये एठने की नियत से प्रार्थी के बच्चे को बंधक बना कर रखा हुआ है।

मामले में प्रकरण में दर्ज किया गया। दौराने अनुसंधान नाबालिग को दस्तयाब किया जाकर परिजनों को सुपूर्द किया गया था। उक्त घटना के पश्चात प्रकरण की गंभीरता को समझते हुए उच्चाधिकारियों के आदेश पर एक विशेष पुलिस टीम का गठन कर

आरोपी गजेन्द्र राठौड उर्फ गज्जू उर्फ गोलू गिरफ्तार कर जेसी करवाया गया था। पुलिस टीम द्वारा अभियुक्त गजेन्द्र राठौड उर्फ गज्जू उर्फ गोलू को गिरफतार कर उससे पूछताछ की गई तो उसने पुलिस पूछताछ पर बताया की अभियुक्त गजेन्द्र उर्फ गज्जू लग्जरी लाईफ स्टाईल से रहता था।

अभियुक्त उदयपुर के विभिन्न शिक्षण संस्थाओं व कोचिंग संस्थाओं के पास खड़ा रहता व वहां पर पढने वाले बच्चों को आईफोन मोबाईल देता व उनको ऑनलाईन ट्रेडींग से पैसे कमाने का लालच देता। उनको बहला-फुसला कर उनको घूमने फिरने व नाईट आउट को

लेकर जाता व नशीले पदार्थ ई-सिगरेट, गांजा, बियर शराब ड्रग्स आदि पिने के लिए मजबूर करता था व नशे करते समय फोटोग्राफ लेकर व ब्लैकमेल कर घर से पैसे चोरी कर लाने के लिए मजबूर करता था। रात्रि के समय नाईड आउट पार्टी करवाता व कल्ब व बार में लेकर जाता था व छोटे बच्चों को उनकी नशे

करते हुए की फोटो घरवालों को दिखाने की धमकी देता था व हर बच्चे को नये बच्चें तैयार करने का टारगेट देता था। नये तैयार होने वाले बच्चों को कोडवर्ड में शूटर (नये बच्चे ) नाम दिया जाता था। जिन बच्चों के घर से चोरी-छीपे पैसे मंगवाता था।

उन बच्चों के घर से पैसे मंगवाने को कोडवर्ड में ओटीपी कहता था। सभी बच्चें को अपने घर से चोरी-छुपे ओटीपी (पैसे) लाकर अभियुक्त गजेन्द्र उर्फ गज्जू को देते थे। सभी बच्चों से अभियुक्त गजेन्द्र उर्फ गज्जू इतनी राशि चोरी करवाता था कि उन पैसों से

अभियुक्त गजेन्द्र उर्फ गज्जू बेरोजगार होते हुए भी रोज नये कपडे, होटल, डांस कल्ब बार 3-4 महंगे आईफोन, लैपटॉप, बुलेट मोटरसाइकल व कार आदि मैनेज करता था व महंगी लाईफ स्टाईल से रहता था। अभियुक्त गजेन्द्र राठौड उर्फ गज्जू ने उदयपुर शहर के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में पढ़ने कई बच्चों को अपने चंगुल में फसा चुका है।

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