स्कूलों में पढने वाले बच्चो को नशे, चोरी में लिप्त करने का आरोपी गजेन्द्र उर्फ़ गज्जू गिरफ्तार

 स्कूलों में पढने वाले बच्चो को नशे, चोरी में लिप्त करने का आरोपी गजेन्द्र उर्फ़ गज्जू गिरफ्तार

अब तक 40 से ज्यादा बच्चो को बनाया अपना शिकार

शहर की गोवर्धन विलास थाना पुलिस द्वारा बड़ी कार्यवाही को अंजाम देते हुए नाबालिग लडको का अपहरण कर उनसे अपराधिक कार्य कराने एवं यौन शोषण कर ब्लैकमेल करने का आरोपी गजेन्द्र सिंह उर्फ़ गज्जू को गिरफ्तार किया है. प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि अभियुक्त ने अब तक उदयपुर के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में अध्यनरत 40 से अधिक बच्चो को अपना शिकार बनाया.

एसपी भुवन भूषण यादव ने बताया कि थाना गोवर्धनविलास में दो इस तरह के मामले दर्ज हुए जिसपर विशेष टीम घठित कर बच्चो को अभियुक्त के चंगुल से छुड़वा माता पिता के सुपुर्द किया गया एवं अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया.

थानाधिकारी राव अजय सिंह ने बताया कि अभियुक्त गजेन्द्र सिंह राठोड उर्फ़ गज्जू निवासी 2/189  रा.हा.बो काॅलोनी सेक्टर 14 उदयपुर हाल देवनारायण नगरी, खारवा कुंई, बलीचा को गिरफ्तार किया गया है.

थानाधिकारी ने बताया कि प्रार्थी ने एक प्रकरण दर्ज करवाया कि उसका 17 वर्षीय पुत्र शहर के एक निजी कोचिंग संस्थान में अध्ययनरत है। एवं पिछले करीब 3 माह से एक गजेन्द्र राठौड उर्फ गज्जू उसके पुत्र को आईफोन मोबाईल व अन्य लालच देकर उससे गलत कार्य करवाता है व जिससे प्रार्थी का नाबालिग पुत्र रात-रात भर अपने घर पर नही आता है।

इसी तरह एक और मामला दर्ज हुआ जिसमे प्रार्थी का 14 वर्षीय पुत्र 15.08.2023 को घर से गायब हो गया था। जिस पर प्रार्थी द्वारा थाना गोवर्धनविलास पर प्रकरण दर्ज करवाया था। थोडे दिन बाद बालक वापस घर पर आ गया था। और पिछले 10 दिनों से वह दुबारा घर से बिना बताये गायब हो गया है। प्रार्थी ने पता किया तो पता चला कि गजेन्द्र उर्फ गज्जू नाम का युवक प्रार्थी के नाबालिग पुत्र को बहला फुसला कर अपने साथ ले गया था।

उक्त  दोंनो घटना के पश्चात प्रकरण की गंभीरता को समझते हुए उǔचाधिकारियों के आदेश पर एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया व घर से पलायन बच्चो व आरोपी गजेन्द्र राठौड उर्फ गज्जू की तलाश प्रारंभ की गई।

दौराने तलाश पुलिस टीम द्वारा उदयपुर शहर के विभिन्न शिक्षण संस्थानों व कोचिंग संस्थानों के आसपास तलाश की गई व दोनों ही प्रार्थी के 14 वर्षिय नाबालिग पुत्र को दस्तयाब किया गया.

पीड़ित बालक ने पुलिस को बताया कि कैसे कुछ समय पहले उसके शिक्षण संस्थान के बाहर आरोपी गजेन्द्र राठौड उर्फ गज्जू ने उसका परिचय हुआ वह उसे आईफोन देने के बहाने व आॅनलाईन ट्रेंडींग से पैसे कमाने के बहाने से दोस्ती की फिर वास उसे अपनी कार में बैठाकर घूमने के लिए साथ ले गया व ई-सिगरेट, गांजा, बियर-शराब, ड्रग्स आदि पिने के लिए मजबूर करता. अभियुक्त ने बालक के नशा करते समय फोटोग्राफ लिए व ब्लैकमेल कर घर से पैसे चोरी कर लाने के लिए मजबूर करता था।  गज्जू रात्रि के समय नाईट आउट पार्टी करवाता व कल्ब व बार में लेकर जाता था व बालक के साथ मारपीट कर उसके साथ अप्राकृतिक कृत्य भी किया व उसका विडीयों भी बना लिया।

उक्त घटना के पश्चात पुलिस टीम द्वारा अभियुक्त को गिरफतार कर उससे पूछताछ की गई तो उसने पुलिस पूछताछ को बताया कि वह लग्जरी लाईफ स्टाईल से रहता था। एवं उदयपुर के विभिन्न शिक्षण संस्थानों व कोचिंग संस्थाओं के पास खडा रहता व वहां पर पढने वाले बच्चो को आईफोन मोबाईल देता व उनको ऑनलाइन ट्रेडींग से पैसे कमाने का लालच देता। उन्हें नशे का आदि बना अपने घर से चोरिया करवाता, न करने पर बच्चो को धमकियाँ देता व हर बच्चे को बच्चे तैयार करने का टारगेट देता था।

नये तैयार होने वाले बच्चो को कोडवर्ड में नाम दिया जाता था। घर से पीसी चोरी करवाने को कोडवर्ड में ओटीपी कहता था। एवं बच्चो को “शूटर” कहता

पुलिस ने बताया कि अभियुक्त गजेन्द्र उर्फ गज्जू उर्फ गोलू के विरूद्व पुलिस थाना भुपालपुरा पर आम्र्स एक्ट में एक प्रकरण दर्ज है।

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पुलिस की माता पिता से अपील

पुुलिस विभाग द्वारा वर्तमान में शिक्षण संस्थाओं में अध्ययन करने वालें छात्रों के परिजनों से यह अपील करना चाहता है कि आप अपने बच्चे के दैनिक व्यवहार में आने वाले परिवर्तन पर नजर रखे व आपके बच्चो  की दोस्ती किन बच्चो के साथ है व किन बच्चो के साथ रहता है। उस पर नजर बनाये रखे व शैक्षणिक संस्थानों के आसपास आपके बच्चे किन लोगों से मिलजुल रहे है, तथा स्कूल के बाद अपने सहपाठी या खेलने के बहाने बनाकर ऐसे किसी व्यक्ति के साथ तो नही जा रहे।

इस संबध में बच्चे की जानकारी रखे तथा बच्चे को स्वयं समय देवे एवं समय-समय पर बच्चे की इच्छा के अनुरूप जो बच्चो व परिवार के हित में हो तो उसे पुरा करने का प्रयास करे ताकि उसकी इच्छा व भावना का अन्य कोई व्यक्ति फायदा उठाकर दुरूपयोग ना कर सके।

बच्चा कोई शिकायत लेकर आपके पास आता है तो उसकी शिकायत को नजर अन्दाज कर बच्चे को कौसने से पहले उससे सुने और समस्या का सही तरीके से निवारण करे। आपके बच्चो को गलत संगत में डालकर उनको नशे के आदि बनाने वाले किसी भी असामाजिक तत्व की जानकारी तत्काल पुलिस विभाग को देवे।

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