सल्लाडा पूर्व उप सरपंच हत्याकांड: पिता का बदला लेने के लिए कर दी उप सरपंच की हत्या
सराडा थाना क्षेत्र के सल्लाडा के पूर्व उप सरपंच की निर्मम हत्या के आरोपीयों को पुलिस ने वारदात के 24 घंटो के भीतर पकड लिया. पुलिस ने मुख्य आरोपी विश्वनाथ प्रताप सिंह उर्फ़ विपि सिंह, उसके साथी कुलदीप पटेल, एवं एक बाल अपचारी को डीटेन किया है. पुलिस द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार विपि सिंह एवं उप सरपंच चन्दन सिंह की खानदानी दुश्मनी थी. यही वजह थी कि विपि सिंह ने चन्दन सिंह की हत्या कर दी.
आपसी रंजिश की कहानी
जानकारी के अनुसार, वर्ष 2004 में सल्लाडा के पूर्व उप सरपंच चन्दन सिंह एव मुख्य अभियुक्त विश्वनाथ प्रताप सिंह उर्फ विपी सिंह के पिता खुमाण सिंह के बीच बोलचाल व लडाई झगडा हुआ था। जिस पर खुमाण सिंह एवं उसके परिजनो ने मिलकर चन्दन सिंह एवं उसके भाईयो के साथ जानलेवा हमला किया जिसमे चन्दन सिंह के हाथ पैर तोड दिये थे। जिसके संबंध में सराडा थाना में प्रकरण संख्या 167/2004 दर्ज हुआ। इसका बदला लेने के लिए चन्दन सिंह ने अपने साथी के साथ मिलकर खुमाण सिंह की तलवार से हत्या कर दी। जिसके संबंध में थाना सराडा पर प्रकरण संख्या 79/2006 दर्ज हुआ था। उस समय खुमाण सिंह का बीटा विपी सिंह केवल 4 वर्ष का था।
बडा होने के पश्चात विपी सिंह के मन में चन्दन सिंह से बदला लेने की भावना पनपती गयी एवं इस भावना को दिनांक 04/03/2022 को हुयी घटना ने चिंगारी दे दी।
4 मार्च को मृतक चन्दन सिंह ने वीपी सिंह को रास्ते पर कांटे की बाड ठीक करते समय कहा कि ये कांटे क्या डाल रहा है, हटा ले नहीं तो तेरे बाप की तरह तुझे भी उड़ा लूँगा। इस बात पर विपी सिंह को गुस्सा आ गया और उसने अपने पिता की हत्या व स्वय के अपमान का बदला लेने के लिए च ंदन सिंह को मारने का प्लान बनाया।
तरीका वारदात
आरोपी विपी सिंह सल्लाडा का रहने वाला है और मृतक चन्दन सिंह खेतावतवाडा का रहने वाला है खेतावतवाडा से सल्लाडा के लिए आने जाने वाले रास्ते पर ही अभियुक्त विपी सिंह के बाडा है. उसने घर से तलवार लाकर अपने बाड़े में रख दी और 5 मार्च शनिवार को चन्दन सिंह को मारने के लिए इंतजार किया, मगर चंदन सिंह उस दिन सल्लाडा की तरफ नहीं आया।
दूसरे दिन 6 मार्च को विपि सिंह पुनः चन्दन सिंह का अपने बाडे पर बैठ सल्लाडा आने का इंतजार करने लगा, सुबह करीब 8 बजे चन्दन सिंह अपनी पत्नी के साथ सल्लाडा गांव में आया एवं अपना कार्य कर वापस अपनी पत्नी के साथ खेतावतवाडा चला गया. उस समय चन्दन सिंह की पत्नी साथ होने से विपी सिंह ने हमला नहीं किया व चंदन सिंह के अकेले आने के लिऐ पुनः इंतजार किया.
इसी दौरान पुनः चन्दन सिंह को मोटरसाईकिल लेकर बाडे के पास से तो विपि सिंह एवं उसके साथ ने चन्दन सिंह को रोका और दो दिन पहले हुई बात के बारे में पूछा जिस पर चन्दन सिंह व विपी सिंह के बीच हाथापाई होने पर विपी सिंह ने च ंदन चन्दन सिंह को नीचे गिरा दिया, फिर विपी सिंह द्वारा तलवार से चन्दन सिंह की गर्दन पर वार किया.