दीपोत्सव के स्वागत में सजी झीलों की नगरी

 दीपोत्सव के स्वागत में सजी झीलों की नगरी

सुख समृद्धि और रोशनी के प्रतीक दीपावली पर्व को लेकर झीलों की नगरी उदयपुर पहली बार पूरी तरह रोशनी में नहाई हुई सी प्रतीत हो रही है। अमूमन दीपावली पर कुछ चुन्निदा स्थलों को छोड़ कर ज्यादातर स्थलों पर अंधेरा पसरा रहता था, लेकिन इस बार जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल की पहल रंग लाई।

उदयपुर में पर्यटन एवं व्यापारिक गतिविधियों को नए आयाम देने की मंशा से पहली बार पूरी लेकसिटी को रोशनी से जगमग किया गया है। विशेष सजावट और आकर्षण को देखते हुए पूरे शहर में उत्सव का माहौल है और शहर त्यौहार के दिनों में आने वाले विभिन्न देशी-विदेशी पर्यटकों के स्वागत के लिए तैयार है। शहर के प्रमुख मार्गों, चौराहों, झील व घाटों को लाइटिंग के साथ-साथ रंगबिरंगी फर्रियों से की गई आकर्षक सजावट से झीलों की नगरी दुल्हन सी सजी हुई लग रही है।

जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल ने सौहार्द और रोशनी का प्रतीक इस पर्व पर समस्त उदयपुर वासियों को शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए उल्लास और आनंद के साथ उत्साह मनाने व भाईचारें का संदेश देने का आह्वान किया है। इस बार दीपावली पर 9 नवम्बर से 15 नवम्बर तक (एक सप्ताह) पूरा शहर जगमग रहेगा। पूरे शहर में एक जैसी थीम पर सजावट की गई है।

जिला कलक्टर का मानना है कि इस प्रयास से स्थानीय नागरिकों में भी प्रकाश पर्व दीपावली को लेकर उत्साह बढ़ेगा। वहीं दीपावली अवकाश के दौरान विदेशों से और खास कर गुजरात से आने वाले पर्यटक भी सकारात्मक संदेश लेकर जाएंगे। पर्यटकों की आवक बढ़ने से स्थानीय व्यापारियों को भी संबल मिलेगा।

यूडीए व नगर निगम ने सजाया शहर

जिला कलक्टर के निर्देशानुसार यूडीए व नगर निगम की ओर से संबंधित क्षेत्र के प्रमुख मार्ग, चौराहों एवं स्थलों पर विशेष आकर्षक सजावट की गई है। फतहसागर की पाल व फतहपुरा चौराहा पर शहरवासियों और पर्यटकों की खासी भीड़ के मद्देनजर यूडीए की ओर से फतहसागर की पाल पर दोनों साइड पेड़ पर हाईलाइटर लाइटस् झालर एवं पांचों छतरियों पर एलईडी रोप लाइट से रोशनी के साथ पूरे रिंग रोड़ को कवर करते हुए आकर्षक सजावट की गई है तथा विभिन्न पर्यटकों के आगमन स्थल फतहपुरा चौराहा को भी बेहतर ढंग से सजाया गया है।

यूडीए की ओर से की गई सजावट वाले स्थलों में सेवाश्रम ब्रीज, प्रतापनगर ब्रीज, कुम्हारों का भट्टा ब्रीज, चांदपोल फुट ब्रीज, यूडीए ब्रीज, देहली गेट चौराहा, रामपुरा चौराहा, मल्लातलाई चौराहा, देवाली चौराहा, आरके सर्कल, भुवाणा चौराहा, शोभागपुरा चौराहा, गणगौर घाट, सर्किट हाउस, कलक्ट्रेट, जिला जज निवास, कलक्टर निवास, संभागीय आयुक्त कार्यालय व निवास, नेहरू गार्डन, संजय गार्डन, सुखाड़िया सर्कल, राजीव गांधी पार्क, मीरा पार्क, डी-पार्क शामिल हैं। इसके अलावा मुख्य मार्गों में देहली गेट से कोर्ट चौराहा, कलक्टर निवास से बंशीपान, नीलकण्ठ महादेव से काला किवाड़, सज्जनगढ़ मैन रोड़ गेट, सुखाड़िया सर्कल से फतहपुरा, सहेलियों की बाड़ी रोड़, यूडीए कार्यालय से नीलकण्ठ महादेव तक आकर्षक सजावट व रोशनी की गई है।

वहीं नगर निगम की ओर से शहर के सभी हेरिटेज दरवाजों उदियापोल, सूरजपोल, किशनपोल, देहली गेट, हाथीपोल, सत्तापोल, चांदपोल, अंबा पोल व ब्रह्मपोल, ब्रह्मपोल पुलिया, अंबापोल पुलिया, कोर्ट कॉम्प्लेक्स, लाल घाट, नाव घाट, अमराई घाट, सुखाड़िया सर्कल की अंदरूनी सजावट, अशोक नगर मुख्य मार्ग, देहली गेट से सिटी स्टेशन रोड़, शास्त्री सर्कल, दूध तलाई, शोभागपुरा 100 फीट रोड़ आदि स्थलों पर विशेष व आकर्षक विद्युत सजावट की गई है।

मिलेगा पुरस्कार
जिला कलक्टर ने दीपावली उत्सव में व्यापारीगण और आमजन की भी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए स्वागत द्वार सजावट प्रतियोगिता का भी नवाचार किया है। शहर के सभी प्रमुख टेन्ट व्यवसायियों को नगर निगम की ओर से स्थल आवंटित किए गए हैं। आवंटित स्थलों पर संबंधित टेन्ट प्रतिष्ठान अपने स्तर पर भव्य एवं आकर्षक स्वागत द्वार लगाकर सजावट कर रहे हैं। स्वागत द्वार सजावट में प्रथम विजेता को 71 हजार एवं द्वितीय को 51 हजार रूपए का नकद पुरस्कार दिया जाएगा।  

गौरतलब है कि प्रति वर्ष जहां दीपावली सजावट एवं सौंदर्यीकरण पर 15 से 20 लाख रूपए खर्च होते थे, वहीं इस बार तकरीबन 2 करोड़ रूपए का बजट प्रस्तावित किया गया है। प्रमुख चौराहों पर की जाने वाली जगमगाहट के अलावा अनुमानित रूप से पूरे शहर में करीब 15 से 20 किलोमीटर लंबाई में दिवाली लाइटिंग की गई है।

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