उदयपुर जिले की एएनएम को मिलेगा राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान
परिवार कल्याण में उत्कृष्ट कार्य करने पर होगी पुरस्कृत
“कौन कहता है कि आसमां में सुराख नहीं होता एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो” इस बात को चरितार्थ कर दिखाया उदयपुर जिले के जनजाति बहुल क्षेत्र में कार्यरत एएनएम रक्षा जैन ने। सराडा ब्लॉक के उप स्वास्थ्य केंद्र बलवा पर कार्यरत एएनएम रक्षा जैन ने विषम परिस्थितियों के बावजूद अपने कार्य के प्रति निष्ठा एवं कड़ी मेहनत से उप स्वास्थ्य केंद्र पर न केवल प्रसव सेवाओं को बेहतर बनाया बल्कि प्रसव पश्चात सर्वाधिक पीपीआईयूसीडी लगा राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इसके लिए एएनएम रक्षा जैन को 27 जुलाई को दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम में सम्मानित किया जाएगा।
सराडा प्रधान श्रीमती बसंती देवी मीणा एवम जिला कलेक्टर श्री ताराचंद मीणा ने एएनएम को राष्ट्रीय स्तर पर मिल रहे इस सम्मान के लिए सीएमएचओ डॉ दिनेश खराड़ी, अतिरिक्त सीएमएचओ (परिवार कल्याण) डॉ रागिनी अग्रवाल एवं एएनएम रक्षा जैन को बधाई दी है। कलेक्टर श्री मीणा ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण एवं परिवार कल्याण को लेकर जिले के चिकित्सा विभाग ने बेहतरीन प्रयास किए हैं। जिसके लिए हाल ही में राज्य स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में भी जिले को 5 श्रेणियों में पुरस्कार मिला था और अब जिले की एएनएम को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जा रहा है यह हम सब के लिए गौरव की बात है। मैं उम्मीद करता हूं की चिकित्सा विभाग अपने कार्यक्रमों में निरंतर इस गतिशीलता को बरकरार रखेगा एवं आगे भी हम कई कार्यक्रमों में राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर अग्रिम श्रेणी में अपनी जगह बनाएंगे।
दुर्गम क्षेत्र में रहकर क्या स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत
जिले की एएनएम को राष्ट्रीय स्तर पर मिल रहे सम्मान पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिनेश खराड़ी ने कहा कि यह न केवल उदयपुर जिले बल्कि पूरे राजस्थान के चिकित्सा विभाग के लिए हर्ष का विषय है कि किस तरह एक जनजाति बहुल इलाके के दुर्गम क्षेत्र में रहकर एक एएनएम ने सर्वाधिक पीपीआईयूसीडी लगा विषम परिस्थितियों में उत्कृष्ट कार्य करने का उदाहरण पेश किया है।
उन्होंने कहा की उदयपुर जिले में भौगोलिक विषमताए तो है ही साथ ही जनजातीय क्षेत्र होने की वजह से लोगो में परिवार कल्याण के साधनों की जानकारी नहीं होने से अक्सर बच्चो में अंतर भी कम पाया जाता है। परंतु एएनएम रक्षा जैन ने अपने कार्यक्षेत्र में निरंतर गर्भवती महिलाओ की काउंसलिंग कर उन्हें परिवार कल्याण का महत्व समझाते हुए पीपीआईयूसीडी लगवाने के लिए प्रेरित किया जिसका नतीजा है की अब न केवल महिलाए परिवार कल्याण का महत्व को समझने लगी है बल्कि प्रसव पश्चात पीपीआईयूसीडी लगवा जनसंख्या नियंत्रण में अपना योगदान दे रही है।
577 प्रसवो में से 417 को लगाई पीपीआईयूसीडी
अतिरिक्त सीएमएचओ (परिवार कल्याण) डॉ रागिनी अग्रवाल ने बताया कि बलवा उप स्वास्थ्य केंद्र पर कार्यरत एएनएम का कार्य प्रसव एवं परिवार कल्याण सेवाओं में हमेशा से उत्कृष्ट रहा है। पहले जहां बलवा एवं आसपास के क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं को प्रसव हेतु प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का रुख करना पड़ता था वही एएनएम रक्षा जैन ने आने के बाद उप स्वास्थ्य केंद्र पर ही प्रसव सेवाओं को मजबूत करते हुए प्रसव कराना शुरू किया।
वर्ष 2021-22 में एएनएम रक्षा जैन ने उप स्वास्थ्य केंद्र पर 577 प्रसव कराए जिनमें से 417 महिलाओं को पीपीआईयूसीडी लगा परिवार कल्याण की मुहिम को मजबूत किया है। इसी तरह वर्ष 2020 21 में उनके द्वारा 827 प्रसव करवाए गए जिसमें से 576 महिलाओं को पीपीआईयूसीडी लगाई गई। वर्ष 2019 में भी रक्षा जैन ने 723 प्रसव करवाया जिनमें से 409 महिलाओं को पीपीआईयूसीडी लगाई गई।
इस वर्ष में अप्रैल से जून तक के आंकड़ों पर गौर करें तो अभी तक एएनएम 131 प्रसव करवा चुकी है जिनमें से 92 महिलाओं को उन्होंने पीपीआईयूसीडी लगाई है।