प्रीति सोनी को मिली पीएचडी की उपाधि, विद्यालयों का वैयक्तिक अध्ययन विषय पर की शोध
मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय ने प्रीति सोनी को शिक्षा संकाय से उच्च उपलब्धि प्राप्त निजी व राजकीय माध्यमिक विद्यालयों का वैयक्तिक अध्ययन, (उदयपुर संभाग के संदर्भ में ) विषय पर शोध करने पर पीएचडी की उपाधि प्रदान की है। प्रीति ने अपना शोध कार्य डॉ. मधु शर्मा के निर्देशन में पूर्ण किया
प्रीती सोनी ने बताया कि इस शोध में उन्हें 6 वर्ष का समय लगा. जब पूछा गया कि पीएचडी के लिए यही शीर्षक चयन के पीछे मुख्य वजह क्या थी, तो उन्होंने बताया कि “व्यावहारिक परिस्थितियों में जिन समस्याओं से अभिभावकों/शिक्षकों/ प्रशासकों को रूबरू होना पड़ता है, उनका समाधान खोजना था.”
प्रीती कहती है, “वास्तव में किसी भी विद्यालय के लिए बालकों के उपलब्धि स्तर को बनाये रखना चुनौती वाला काम होता है। बावजूद इसके कुछ विद्यालय सफल रहे हैं”
अपने शोध के अनुभव को साझा करते हुए प्रीती कहती है कि “किसी भी स्तर पर सरकारी विद्यालय निजी विद्यालयों से पिछड़े नहीं है। विद्यालय का वातावरण, भौतिक और मानवीय संसाधनों की उपलब्धता जैसे कई कारक हैं जो विद्यार्थियों के लिए धूरी का काम करते हैं”।
“खास बात यह रही कि सभी विद्यालय जो शोध में शामिल थे, वहां शैक्षिक नवाचार, सह शैक्षणिक गतिविधियों का आयोजन, वास्तविक परिस्थितियों में बच्चों को सीखने का अवसर उपलब्ध होना, नवीन शिक्षण विधियों और तकनीकी का प्रयोग आदि को प्राथमिकता दी जाती रही है.”
प्रीती ने बताया कि “बहुत कुछ चीजें शोध की लिमिटेशन की वजह से छूट गई, उन पर भी काम चल रहा है.”