उदयपुर के गौरव ने की साइंस फिक्शन पर बनी फिल्मो पर पीएचडी

 उदयपुर के गौरव ने की साइंस फिक्शन पर बनी फिल्मो पर पीएचडी

उदयपुर के गौरव भीमावत को पीएचडी की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया. गौरव ने मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के अंग्रेजी विभाग की प्रोफेसर सीमा मालिक के दिशा निर्देशन में अपनी पी.एच.डी “ए क्रिटिकल स्टडी ऑफ़ सिलेक्टेड साइंस फिक्शन: फ्रॉम टेक्स्ट टू फिल्म्स” पूरी की.

मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र द्वारा गौरव को पीएचडी की उपाधि दी गयी.

गौरव ने बताया कि उन्होंने कल्पित विज्ञान (science fiction) पर आधारित कुछ ऐसे विख्यात उपन्यास जिनपर बाद में फिल्मे बनी, पर रिसर्च की जिसमे ख़ास कर हॉलीवुड की फिल्म प्लेनेट ऑफ़ दी एप्स (लेखक पियर बोउल), कांटेक्ट (कार्ल सेगन) एवं अंडर दी स्किन (माइकल फेबर ) रही.

गौरव का कहना है कि “कल्पित विज्ञान एक ऐसा दिलचस्प विषय है जिसपर मेरी जिज्ञासा हमेशा रही है, चाहे वो किताबो के ज़रिये हो या फिल्म के, साथ ही वर्तमान परिस्थिति में साइंस और टेक्नोलॉजी के दबाव में मनिविकी विज्ञान दबा से प्रतीत होता है, मेरी इस कोशिश से विज्ञान और स्टेम (STEM – साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग एवं मैनेजमेंट ) के बीच जो दूरी बन रही है उसे कम करने में सहयता मिलेगी.”. यही वजह है कि पीएचडी के लिए यह विषय चुना.

6 साल और पांच महीने की कड़ी मेहनत और रिसर्च से पूरी हुई इस पीएचडी में गौरव ने कई नई बाते सीखी, ख़ास कर किस तरह उपन्यास से प्रेरित होकर उसी पर फिल्मे बनाई जाती है, यह कि वैश्विक समाज का नॉवल या किताबो से प्रेरित होकर फिल्मे बनाने का क्या नजरिया रहा है. हालाँकि भारत में इस पर इतनी तवज्जो अब तक नहीं दी गयी.

गौरव का कहना है – किताबो पर आधारित फिल्मे उसकी पुनार्वृति कर देती है.

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