अंगदान अभियान शुरू, चिकित्सा संस्थानों और स्कूलों में दिलाई शपथ
उदयपुर. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में अंगदान जीवनदान महाभियान का आगाज गुरूवार से हुआ। राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अभियान का शुभारंभ किया। वहीं प्रत्येक जिले में चिकित्सा संस्थानों में अंगदान की शपथ दिलाई गई।
उदयपुर जिले में भी चिकित्सा एवं शिक्षा विभाग की ओर से शपथ ग्रहण कार्यक्रम हुए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ शंकर एच बामनिया ने बताया कि जिले में भारतीय अंगदान दिवस के उपलक्ष्य में 3 अगस्त से 17 अगस्त तक अंगदान जीवनदान अभियान पखवाड़ा मनाया जाएगा।
चिकित्सा विभाग में संयुक्त निदेशक डॉ जेड ए काजी और उप निदेशक डॉ पंकज गौड़ ने अपने कार्यकाल में सभी कर्मचारियों को अंगदान करने की शपथ दिलाई। सीएमएचओ कार्यालय, बीसीएमओ कार्यालय एवं सभी चिकित्सा संस्थानों पर शपथ का कार्यक्रम हुआ।
जिले में सभी विद्यालयों में प्रार्थना सभा में शपथ का कार्यक्रम हुए जिसमें चिकित्सा विभाग से सीएचओ एवं एएनएम उपस्थित थे। सीएमएचओ डॉ बामणिया ने बताया कि अंगदान कोई भी कर सकता है। अंगदान दो प्रकार के होते हैं जीवित अंगदान और मरणोपरांत अंगदान।
जीवित अंगदान में व्यक्ति अपने किडनी और लीवर को दान कर सकता है। मरणोपरांत फेफड़े, लीवर, किडनी, अग्नाशय और ऊतकों में आंखों का कॉर्निया, हड्डी, त्वचा, रक्त वाहिकाएं ह्रदय के वॉल्व आदि दान कर सकता है। इससे किसी व्यक्ति को नया जीवन दिया जा सकता है।
संयुक्त निदेशक डॉ जेड ए काजी़ ने बताया कि प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में अंग प्रत्यारोपण यूनिट की स्थापना की जाएगी। जिला नोडल अधिकारी डॉ प्रणव भावसार ने बताया कि अंगदान जीवनदान महाअभियान पखवाड़े के तहत जिले भर में वाद विवाद प्रतियोगिता, पोस्टर और नारा लेखन, रैली आदि गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।