कलेक्टर ने शहर के विकास पर ली बैठक, वैकल्पिक रोड, सफाई और हिल पॉलिसी पर दिए निर्देश

 कलेक्टर ने शहर के विकास पर ली बैठक, वैकल्पिक रोड, सफाई और हिल पॉलिसी पर दिए निर्देश

उदयपुर. जिला कलक्टर व यूआईटी अध्यक्ष अरविंद पोसवाल गुरुवार को नगर विकास प्रन्यास के सभागार में न्यास अधिकारियों की बैठक ली. सुबह साढ़े 10 बजे प्रारंभ हुई इस मैराथन मीटिंग में कलक्टर पोसवाल ने करीब साढ़े चार घंटों तक एक-एक कर यूआईटी से संबंधित समस्त प्रकार की गतिविधियों एवं जारी विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए।

शहर में ट्रैफिक समस्या के समाधान में प्रभावी कार्यवाही के निर्देश दिए। कलक्टर ने शहर में फ्लाई ओवर व एलिवेटेड रोड़ निर्माण के प्रस्तावित कार्यों पर विशेष चर्चा करते हुए देहलीगेट फ्लाई ओवर और पुला-फतहपुरा-सुखाड़िया सर्कल एलिवेटेड रोड़ के सम्बंध में जानकारी प्राप्त की। 

उन्होंने आयुर्वेद चौराहे से लेकर सीसारमा-झडोल रोड़ तक एलिवेटेड रोड़ निर्माण पर भी चर्चा की और अधिकारियों को दिशा-निर्देश प्रदान किए। कलक्टर पोसवाल ने सुखाड़िया सर्कल से रेलवे ट्रेनिंग स्कूल होते हुए पुला तक वैकल्पिक रोड़ का 7 दिनों में सर्वे कर डीपीआर प्रतुत करने के निर्देश दिए।

कलक्टर पोसवाल ने शहर के सौंदर्यीकरण एवं स्वच्छता के लिए न्यास की ओर से जारी गतिविधियों की जानकारी लेते हुए निर्देश दिए कि पर्यटन सिटी का सौंदर्य बरकरार रहे और हमारा उदयपुर चकाचक दिखे। कलेक्टर पोसवाल ने शहर की सफाई के प्रकरण पर चर्चा करते हुए यूआईटी द्वारा किये सफाई टेंडर प्रक्रिया की जानकारी ली।

डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण की व्यवस्था को प्रभावी करने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने बताया कि पूर्व में नगर निगम व यूआईटी के बीच सफाई के लिए चार करोड़ का टेंडर प्रस्तावित था परंतु बाद में निगम द्वारा इस कार्य के लिए मना कर दिया गया। वर्तमान में यूआईटी द्वारा डोर टू डोर कलेक्शन व कॉलोनी वॉइज सफाई के लिए टेंडर किए गए हैं जिसके माध्यम से जल्द ही सफाई कार्य सुचारू हो जाएगा। 

समीक्षा बैठक के दौरान कलक्टर पोसवाल ने प्रशासन शहरों के संग अभियान के तहत दी गई राहत की भी समीक्षा की। इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि यूआईटी द्वारा 95 कैंप के माध्यम से 23570 से अधिक पट्टे जारी किए गए हैं और अन्य योजनाओं में शहरवासियों को लाभान्वित किया गया है। 

कलक्टर व यूआईटी अध्यक्ष पोसवाल ने शहर में अत्यधिक ऊंची बिल्डिंगों के निर्माण पर चिंता जताते  हुए कहा कि ऐसे निर्माण कार्यों से पहाड़ियों से घिरे शहर की सौंदर्य विशिष्टता प्रभावित हो रही है। ऐसे निर्माण कार्यों की स्वीकृति से पूर्व उन्होंने हिल पॉलिसी एवं निर्धारित प्रावधानों का ध्यान रखने के निर्देश दिए।

इस दौरान कलेक्टर ने शहर के सौंदर्यीकरण के विभिन्न कार्यों पर भी चर्चा की। उन्होंने नेहरू गार्डन के सुदृढ़ीकरण व सौंदर्यीकरण के साथ रानी रोड मॉडल रोड निर्माण के बारे में भी जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने सीवरेज संधारण व संचालन कार्यों के साथ नए स्वीकृत कार्यों, बड़गांव में सड़क निर्माण के लंबित कार्य और यूआईटी द्वारा जनराहत के लिए जारी कार्यों के बारे में भी चर्चा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

Related post