लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने बालिकाओं की वार्षिक फीस जमाकर निभाई विद्यादान की मेवाड़ी परम्परा

 लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने बालिकाओं की वार्षिक फीस जमाकर निभाई विद्यादान की मेवाड़ी परम्परा

उदयपुर. राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, जगदीश चौक में अध्ययनरत बालिकाओं की फीस वर्ष 2023 – 2024 का वहन लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने उठाया है। मेवाड़ के पुरखों की परम्पराओं का निर्वहन करते हुए लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने बताया कि बालिका शिक्षा प्रणाली को सशक्त बनाने में हमें सुदृढ़ प्रयास करने होंगे।

इससे बालिका शिक्षा व्यवस्था को अनिवार्य रूप से लागू किया जा सके। बालिकाएं पढ़ना चाहती है किन्तु कई बालिकाएं किसी न किसी घरेलु समस्याओं के कारण अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ देती है तो कुछ आर्थिक कारणों से पढ़ ही नहीं पाती। 

हमारे पुरखों ने समय-समय पर विद्यादान की परम्पराओं को प्राण-प्रण से निभाया है, उसी परम्परा को आगे बढ़ाने का मैंने भी प्रयास मात्र किया है। मेवाड़ के 71 वें संरक्षक महाराणा शंभु सिंह के शासनकाल ( वर्ष 1861-1874 ) में उदयपुर राज्य का पहला स्कूल जनवरी 1863 ई. में खोला गया था।

इसे शंभुरत्न पाठशाला का नाम दिया गया था। इसे 1866 ई. में कन्या विद्यालय के रूप में स्थापित किया गया, जो भारत भर में मेवाड़ रियासत की ओर से पहला कन्या विद्यालय था। वर्तमान में यह शिक्षा निदेशाल, राजस्थान सरकार, बीकानेर के तहत जिला शिक्षा अधिकारी ( माध्यमिक ), उदयपुर द्वारा संचालित है। 

वर्तमान में इस स्कूल में कक्षा 9 से 12 वीं तक की लगभग 300 बालिकाएं अध्ययन कर रही है । वर्ष 2014 में इस पाठशाला ने अपनी 150 वीं वर्षगांठ धूमधाम से मनाई। उदयपुर में शिक्षा नामक परियोजना के तहत इस स्कूल भवन के संरक्षण एवं संवर्द्धन का शुभारंभ किया गया।

स्कूल और मेवाड़ परिवार के मध्य रहे ऐतिहासिक संबंधों को ध्यान में रखते हुए शाला अधिकारियों के अनुरोधानुसार फाउण्डेशन के ट्रस्टी लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ वर्ष 2015 से स्कूल के जीर्णोद्धार और नवीनीकरण जैसे पुनीत कार्यों में पूर्ण श्रद्धाभाव से समर्पित रहे हैं।

Related post