आदर्श जीवन मूल्य और नैतिक कर्तव्य दुनिया की सबसे बड़ी निधि, संरक्षण आवश्यक : डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़
उदयपुर. शिक्षकों, विद्यार्थियों, शिक्षण संस्थाओं द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे नवाचारों और तकनीकी प्रयोग के फायदों और बच्चों के शारीरिक विकास जैसे मुद्दों पर मंथन करने के उद्देश्य से तीन दिन की ग्लोबल एजुकेटर्स फेस्ट-2023 जयपुर में चल ही है। इस ग्लोबल एजुकेटर्स फेस्ट में 700 से ज्यादा संस्था प्रधानों और शिक्षकों ने शिरकत है।
मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का आगाज किया। इस दौरान डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि यह आयोजन शिक्षा की अलख जगाने वाला उत्सव है। डॉ. लक्ष्यराज सिंह ने कहा कि इस मंच पर मुझे आमंत्रित कर देश के युवा वर्ग को सम्मान देने का काम किया है।
गुरुजनों की देख-रेख और प्रदान की गई शिक्षा के बल पर ही युवा पीढ़ी अपनी प्रतिभा का परचम फहरा रही है। गुरुजन बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ-साथ आदर्श जीवन मूल्य और नैतिक कर्तव्यों की शिक्षा प्रदान करने का काम कर रहे हैं।
आदर्श जीवन मूल्य और नैतिक कर्तव्य दुनिया की सबसे बड़ी निधि हैं, जिनका संरक्षण करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि एनसीसी से अनुशासन, संघर्ष और संयम की जीवंत सीख मिलती है, जो कामयाबी के शिखर तक लेकर पहुंची है।
आदर्श जीवन मूल्य और नैतिक कर्तव्य दुनिया की सबसे बड़ी निधि, संरक्षण आवश्यक : डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़
उदयपुर. शिक्षकों, विद्यार्थियों, शिक्षण संस्थाओं द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे नवाचारों और तकनीकी प्रयोग के फायदों और बच्चों के शारीरिक विकास जैसे मुद्दों पर मंथन करने के उद्देश्य से तीन दिन की ग्लोबल एजुकेटर्स फेस्ट-2023 जयपुर में चल ही है। इस ग्लोबल एजुकेटर्स फेस्ट में 700 से ज्यादा संस्था प्रधानों और शिक्षकों ने शिरकत है।
मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का आगाज किया। इस दौरान डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि यह आयोजन शिक्षा की अलख जगाने वाला उत्सव है। डॉ. लक्ष्यराज सिंह ने कहा कि इस मंच पर मुझे आमंत्रित कर देश के युवा वर्ग को सम्मान देने का काम किया है।
गुरुजनों की देख-रेख और प्रदान की गई शिक्षा के बल पर ही युवा पीढ़ी अपनी प्रतिभा का परचम फहरा रही है। गुरुजन बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ-साथ आदर्श जीवन मूल्य और नैतिक कर्तव्यों की शिक्षा प्रदान करने का काम कर रहे हैं।
आदर्श जीवन मूल्य और नैतिक कर्तव्य दुनिया की सबसे बड़ी निधि हैं, जिनका संरक्षण करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि एनसीसी से अनुशासन, संघर्ष और संयम की जीवंत सीख मिलती है, जो कामयाबी के शिखर तक लेकर पहुंची है।