गांधी एक विचारधारा है, जो हर दौर में प्रासंगिक है, उदयपुर में हुआ गांधी दर्शन अर्द्ध कुम्भ

 गांधी एक विचारधारा है, जो हर दौर में प्रासंगिक है, उदयपुर में हुआ गांधी दर्शन अर्द्ध कुम्भ

उदयपुर. राज्य सरकार के शांति एवं अहिंसा विभाग की ओर से महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति उदयपुर व शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ उदयपुर के तत्वावधान में एक दिवसीय गांधी दर्शन अर्द्धकुम्भ का भव्य आयोजन रविवार को उदयपुर में नगर निगम परिसर में हुआ। 

इसमें प्रदेश भर से गांधी दर्शन समिति संयोजक-सहसंयोजक तथा गांधीवादी विचारक व अनुयायी शामिल हुए। कार्यक्रम में महात्मा गांधी के सत्य व अहिंसा के सिद्धान्तों को अपनाते हुए आगे बढ़ने का संकल्प दोहराया।

गांधी दर्शन अर्द्धकुम्भ को लेकर सुबह से ही नगर निगम परिसर में कार्यकर्ताओं के जुटने का क्रम शुरू हो गया। प्रदेश के सभी जिलों से जिला व ब्लॉक संयोजकों के नेतृत्व में कार्यकर्ता पहुंचे। सर्वप्रथम महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति उदयपुर के जिला संयोजक पंकज शर्मा व

सहसंयोजक सुधीर जोशी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने शहीद स्मारक पहुंचकर महात्मा गांधी तथा शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान परिसर महात्मा गांधी जिन्दाबाद के नारे से गूंजता रहा। पुष्पांजलि कार्यक्रम के बाद सर्वधर्म प्रार्थना सभा हुई। 

इसमें कलाकारों के साथ कार्यकर्ताओं ने महात्मा गांधी के प्रिय भजनों का गायन किया। प्रार्थना सभा के बाद मंचीय कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। पूर्व सांसद रघुवीर मीणा, शांति एवं अहिंसा विभाग के निदेशक मनीष शर्मा, गांधीवादी विचारक प्रो पीवी व्यास, शहीद कैप्टन अभिनव नागौरी के माता-पिता सुशीला देवी व धर्मचंद नागौरी, 

शहीद मेजर मुस्तफा की माताजी फातिमा आदि ने बापू की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। जिला संयोजक पंकज शर्मा, सह संयोजक सुधीर जोशी सहित अन्य ने सभी अतिथियों का सूत की माला, उपरणा और गांधी टोपी पहनाकर अभिनंदन किया। 

शांति एवं अहिंसा विभाग के निदेशक मनीष शर्मा ने उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए विभाग की ओर से की जा रही गतिविधियों की जानकारी दी। पूर्व सांसद रघुवीर मीणा, गांधीवादी विचारक प्रो व्यास, राजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुर के अध्यक्ष डॉ दुलाराम सहारण सहित वक्ताओं ने महात्मा गांधी के आदर्शों पर प्रकाश डाला।

वक्ताओं ने कहा कि महात्मा गांधी एक व्यक्ति नहीं विचारधारा है। यह कभी मर नहीं सकती। यह युगों युगों तक भारत की भूमि पर गूंजेगी और हर दौर में प्रासंगिकता सिद्ध करती रहेगी। कार्यक्रम में विभिन्न सत्रों में प्रदेश भर से आए गांधीवादी विचारकों ने व्याख्यान दिए। 

समापन सत्र में शहीदों के परिवारों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में नोडल अधिकारी व एसीईओ विनय पाठक, पूर्व विधायक त्रिलोक पूर्बिया, समाजसेवी गोपालकृष्ण शर्मा, बांसवाड़ा जिला संयोजक रमेशचंद्र पण्ड्या सहित सभी जिलों से आए संयोजक, सहसंयोजक, स्थानीय कार्यकर्ता आदि उपस्थित रहे।

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