पीछोला झील में इलेक्ट्रिक बोट का लोकार्पण

 पीछोला झील में इलेक्ट्रिक बोट का लोकार्पण

उदयपुर, 2 मार्च। गत दिनों झीलों में स्पीड बोट्स के संचालन को रोकने के साथ पेट्रोल व डीजल संचालित बोट्स को इको फ्रेंडली इलेक्ट्रिक बोट्स में बदलने के निर्णयों के चलते गुरुवार को संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट और जिला कलेक्टर तारा चंद मीणा ने पीछोला झील में लीला पैलेस की नई 18 सीटर इलेक्ट्रिक बोट का फीता काटकर लोकार्पण किया।

सम्भागीय आयुक्त और कलेक्टर ने इलेक्ट्रिक बोट संचालन की इस पहल की सराहना की। इस दौरान आरटीओ आर एल बामनिया, संयुक्त निदेशक (जनसम्पर्क) डॉ. कमलेश शर्मा, डीटीओ डॉ. कल्पना शर्मा, लीला पैलेस के जनरल मेनेजर निशांत अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।
 
इलेक्ट्रिक बोट की यह है विशेषताएं:
होटल लीला पैलेस के जनरल मैनेजर निशांत अग्रवाल ने बताया कि पीछोला झील में शुरू की गई यह नई इलेक्ट्रिक बोट उदयपुर की पहली 18 सीटर इलेक्ट्रिक बोट है। इसमें दो इंजन है, दो बैटरी हैं जो इसे अधिक गति और सुरक्षा प्रदान करते हैं।

इस बोट की गति 7 नोटिकल माइल्स है एवं इतनी गति के बावजूद यह बोट काफी स्टेबल और आरामदायक है। इसके अलावा उदयपुर में आने वाले पर्यटकों हेतु इसे राजस्थानी अंदाज़ में काफी सुंदर सजाया गया है जिससे यह अत्यधिक आकर्षक लगती है। उन्होंने कहा कि उनकी संस्था पर्यावरण संरक्षण की दिशा में निरंतर कार्य करती रहेगी एवं इस छोटे-से प्रयास से उन्होंने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में योगदान देने का प्रयास किया है।

झील संरक्षण के लिए इलेक्ट्रिक बोट्स का संचालन जरूरी
प्रादेशिक परिवहन अधिकारी पीएल बामनिया ने कहा कि काफी समय से प्रशासन द्वारा पेट्रोल-डीजल के बजाय इलेक्ट्रिक बोट्स को प्रोत्साहित करने और इसके उपयोग को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है।

गत दिनों झील प्राधिकरण समिति की बैठक में भी इस विषय पर चर्चा हुई थी जिसके बाद अलग-अलग प्रकार की बोट्स और उनके पर्यावरण पड़ने वाले प्रभावों का अध्ययन किया गया। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व उदय विलास में दो इलेक्ट्रिक बोट्स का संचालन किया गया जो सफल पाई गई। अब लीला पैलेस ने भी इलेक्ट्रिक बोट का संचालन आरंभ किया है जो सराहनीय कदम है।

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