इको ट्रेल में जाना प्रकृति को नज़दीक से

 इको ट्रेल में जाना प्रकृति को नज़दीक से

डब्ल्यू डब्ल्यू एफ-इण्डिया एवम वन विभाग वन्यजीव कार्यलय, उदयपुर के संयुक्त तत्वाधान में वन हनुमान मंदिर दूधतलाई मे इको ट्रेल का आयोजन हुआ जिसमे पक्षियों एवम पौधो की विभिन्न प्रजातियों के बारे में जानकरी दी गई

उपवन संरक्षक वन्यजीव अजय चितौडा ने बताया कि इस इको ट्रेल में 6 साल से 70 साल तक के 35 से भी ज्यादा शहरवासियों ने भाग लिया और पक्षियों, पेड़-पौधों, तितलियों ओर अन्य वन्यजीवो ओर इनसे जुड़ी कई रोचक जानकारिया प्राप्त की।

कार्यक्रम का संचालन डब्ल्यू डब्ल्यू एफ – इंडिया उदयपुर संभाग के प्रभारी अधिकारी अरुण सोनी द्वारा किया गया ।

पक्षीविद विनय दवे एवम वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर शरद अग्रवाल ने सभी प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया और लगभग 38 तरह की प्रजातियों के पक्षियों जिसमे प्लम हेडेड पैराकिट, रोज रिंग पैराकिट, स्पॉटेड डव, वाइट बेलिड ड्रॉन्गो, इंडियन ग्रे हॉर्नबिल, प्लेन एवम ऐशी प्रीनिया, ब्रॉन्ज़ विंग जेकाना, लैसर विश्लिंग डक, शिकरा,ब्लैक काइट, ओस्प्रे जैसे शिकारियों पंछियो का शामिल होना एक रोमांचित पल था।  पक्षी प्रजातियों के अलावा लगभग 10 से भी अधिक तरह के पेड़ पौधों जिसमे कुछ मेडिसिनल और कुछ बायोडिवेर्सिटी के लिए उपयुक्त प्रजातियों, कई प्रकार की तितलियों की साइटिंग भी हुई ।

उपवन संरक्षक उदयपुर मुकेश सैनी ने बताया कि इस तरह के कार्यक्रमों से पर्यावरण शिक्षा और इको टूरिज्म को प्रोत्साहन मिलेगा एवम शहर वासियों को पक्षियों के प्रति और सजग करते हुए अधिक जानकारी प्रदान करेगा।

कार्यक्रम में पुष्पा खमेसरा, रजनीश आमेटा, शफीक अहमद, डॉ तृषा सिंह, मंजरी आर्या, धर्मेंद्र पनिगर के साथ कई पर्यावरण प्रेमी भी उपस्थित हुए।

Related post