साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए जागरूकता पोस्टर का विमोचन
उदयपुर पुलिस व डीजीकॉर्प्स सॉल्यूशन्स के संयुक्त प्रयासों से साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए साइबर जागरूकता पोस्टर का विमोचन आज 13 अक्टूबर को पुलिस महानिरीक्षक उदयपुर रेंज, उदयपुर प्रफुल्ल कुमार पुलिस, जिला पुलिस अधीक्षक उदयपुर विकास शर्मा व कुंदन कंवरिया अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, मुख्यालय द्वारा किया गया।
इस अवसर पर नीरज शर्मा, स्वपनिल कुलश्रेष्ठ, सनी दौलतानी, यश पंचाल आदि उपस्थित रहे।
डीजीकॉर्प्स सॉल्यूशन्स के संस्थापक साइबर एक्सपर्ट मानस त्रिवेदी ने बताया कि बढ़ते साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए भारत व राज्य सरकार और गृह मंत्रालय द्वारा जारी टोल फ्री नंबर 1930 आमजनता तक पहुंचाने व इसी क्रम में उदयपुर पुलिस और हमारी संस्था द्वारा साइबर जागरूकता के 10 प्रमुख बिंदुओं को सम्मिलित कर एक पोस्टर बनाया गयाजोउदयपुर जिले के प्रत्येक स्कूल, कॉलेज, पर्यटक स्थल और थानों में लगाया जाएगा। जिससे साइबर अपराधों से बचने के लिए आमजन जागरूक होकर स्वयं की सुरक्षा कर पाए ।
साइबर जागरूकता हेतु इन बातों का रखे ध्यान:-
सबसे पहले आप अपना पासवर्ड बदल ले और अपने अकाउंट पर टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन इनेबल कर ले। अब यह जान लीजिए कि सोशल साइट्स इस्तेमाल करने वाले व्यक्ति की जानकारी साइबर अपराधी के पास ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर, फोटो के रूप में हो सकती है। ऐसे में इसका इस्तेमाल करके यूजर पर फिशिंग अटैक करने की आशंका बढ़ जाती है। दरअसल यह वह जानकारी है जो किसी भी व्यक्ति की पहचान का एक बड़ा जरिया है। इसके अलावा किसी भी अजनबी काॅल पर पल भर भी भरोसा न करे। खासकर तब जब वह आपसे जुड़ी कोई जानकारी साझा कर रहा हो या पूछ रहा हो।
प्राइवेसी सेटिंग को चेंज करें। अपनी पोस्ट को ओन्ली फोर फ्रेंड कर दें, अपने रजिस्टर मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी को ओन्ली फॉर मी कर दे व साथ ही अपनी फ्रेंड लिस्ट कोओन्ली फॉर मी कर दें।
एकाउंट का पासवर्ड हर महीने बदले और एकाउंट में मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी दोनों को एकाउंट से कनेक्ट रखे।
बीते कुछ दिनों से कई सारे केस आ रहे हैं जिसमें फेसबुक और व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल करके ब्लैक मेलिंग की जा रही है। आपके साथ में इस तरह का कुछ होता है तो सबसे पहले अपनी आईडी को डीएक्टिवेट करे, और जिस नंबर से वो ब्लैकमेल कर रहे है उन्हें ब्लॉक करे। उनके ब्लैकमेल करने डरे नहीं और पैसे उन्हें नहीं भेजे। जल्द ही नजदीकी पुलिस थाने जा कर रिपोर्ट कराएं।