सांप दिखे तो घबराएं नहीं, तुरंत वन्यजीव परिरक्षक को सूचित करे
चीफ वाईल्ड लाईफ वार्डन की ओर से उदयपुर के लिए 6 रेस्क्यूअर नामित
उदयपुर 11 जुलाई। वर्षा ऋतु दौरान सांपां को घरों से पकड़कर वन क्षेत्रों में सुरक्षित छोड़ने के लिए राज्य के चीफ वाईल्ड लाईफ वार्डन द्वारा उदयपुर जिले के लिए 6 विशेषज्ञ वन्यजीव परिरक्षक (रेस्क्यूअर) को नामित किया गया है।
मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) आर.के.जैन ने बताया कि वर्षा आरम्भ होते ही सांप प्रायः बिलों से बाहर निकलकर अपने लिये किसी सुरक्षित जगह की तलाश करते हैं। इसी के परिणामस्वरुप आजकल उदयपुर शहर एवं गांवों में भी सांपों के घरों में घुसने की खबरें निरंतर आ रही हैं।
जन सुरक्षा के साथ सांपों को पकड़कर सुरक्षित स्थान पर छोड़ने के लिए रेक्स्यूअर तैनात रहेंगे। आमजन नामित रेस्क्यूअर *पदम सिह 7976607619*, *चमन सिंह चौहान 9828058158*, *धर्मेन्द्र पनिगर 9829116905*, *विक्रम सालवी 9887744804*, *प्रकाश गमेती 9653906048* व *कमलेश सुथार 9929829576* से सम्पर्क कर सकते हैं।
अनाधिकृत व्यक्ति द्वारा रेस्क्यू करने पर होगी कार्यवाही
वन विभाग की ओर से उदयपुरवासियों से आह्वान किया है घरों में सांप घुसने की शिकायत पर नामित व्यक्तियों से ही सम्पर्क करें, विशेष योग्यता एवं सांप पकड़ने की कार्यकुशलता के कारण ही इन्हें नामित किया गया है। इसके अलावा और कोई अनधिकृत व्यक्ति सांप आदि वन्यजीवों को यदि बिना अनुमति रेस्क्यू करता है तो उनके विरुद्ध वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 के प्रावधानों के तहत वन्यजीव अपराध दर्ज कर कार्यवाही की जाएगी।
किसान का सच्चा मित्र है सांप, इसे मारे नहीं
सांप हमारी खाद्य श्रृखला का एक महत्वपूर्ण अंग है फलस्वरुप सांपों को मारना नहीं चाहिये। जब तक धरती पर सांप रहेंगे पृथ्वी पर खाद्यान्न की कमी नहीं रहेगी। क्योंकि सांप चूहों इत्यादि को नियंत्रित करने का कार्य करते हैं। इसलिए सांप को किसानों का सच्चा मित्र भी कहते हैं। सांप पकड़ने में नामित विशेषज्ञगण सांप को रेस्क्यू कर उनके प्राकृतिक आवास में उन्हें छोड़ने एवं संबंधित वन अधिकारी को सूचित करने हेतु बाध्य है।