अवैध संबंधों के चलते बड़े भाई ने करवाई छोटे भाई की हत्या, 7 गिरफ्तार

 अवैध संबंधों के चलते बड़े भाई ने करवाई छोटे भाई की हत्या, 7 गिरफ्तार

अपने छोटे भाई की पत्नी से अवैध संबंध होने के चलते, बड़े भाई ने 12.50 लाख रूपये में सुपारी दे कर छोटे भाई की हत्या करवा दी. यहीं नहीं, हत्या के बाद आरोपी और उसकी प्रेमिका ने हत्या को कोरोना से हुई मौत बता कर मृत्यु प्रमाण पत्र तक लेने की कोशिश की पर कामयाब नहीं हो सके.

मामला 16 नवम्बर का है जब उदयपुर के प्रतापनगर थाना पुलिस को एक अनजान व्यक्ति का शव सुका नाका उदयसागर तालाब के किनारे कट्टे में बंधा पानी में पड़ा हुआ मिला. शव के साथ पत्थर बांध रखा था, प्रथम दृष्टया हत्या का मामला था.

इन्वेस्टीगेशन के दौरान स्पेशल टीम के कांस्टेबल प्रहलाद को सूचना मिली कि जिस व्यक्ति का शव मिला है उसका नाम उतमदास है और वह गुवहाटी, असम या त्रिपुरा, अगरतला का निवासी हो सकता है। उसकी हत्या उसके ही बड़े भाई तपनदास ने उदयपुर के 4-5 लडको से करवायी है और अब वह मृतक की कोराना से मृत्यु होने का हवाला देकर मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने का प्रयास कर रहे है.

जिला स्पेशल टीम उदयपुर के प्रभारी हनुवंत सिंह व उनकी टीम द्वारा जुटाई जानकारी व तथ्यों से संदिग्धों की पहचान हुई, जिसमे मुख्य अभियुक्त तपन दास और उसकी प्रेमिका रूपा दास को पकड़ने के लिए उदयपुर से पुलिस टीम गुवाहाटी और अगरतला रवाना हुई और साक्ष्य आदि जुटा कर दोनों अभियुक्तों को उदयपुर ले कर आये.

क्यूंकि मृतक की शिनाख्त नहीं हुई थी तो उसकी पहचान के लिए शव के पहने हुए कपडे, फोटोग्राफ व अन्य सामान को जान पहचान वालो और परिजनों को दिखा कर शिनाख्त करवाई गयी और दोनों अभियुक्तों से पूछताछ की गयी.

अभियुक्तों की पहचान

तपनदास (मृतक उत्तम दास का भाई ) निवासी असाम, रूपादास ( मृतक उतमदास की पत्नी ) निवासी अगरतला वेस्ट त्रिपुरा और राकेष लोहार निवासी लोहारों को मोहल्ला, खेमली, डबोक, सुरेन्द्र लोहार निवासी पुरोहीतान की मादडी, प्रतापनगर, सजंय हरीजन निवासी कृष्णपुरा, भुपालपुरा, हाल चित्रकुट नगर, अजय यादव निवासी काला भाटा हनुमान मन्दिर के पास, और जयवर्धन सिंह निवासी मकान नम्बर 32, ज्योतिबा फुले काॅलेज के सामने, रोड नम्बर 1 मादडी, प्रतापनगर, उदयपुर. सभी अभियुक्तों को धारा 302, 201, 120बी में गिरफ्तार किया गया.

हत्या की वजह

मृतक उत्तमदास की पत्नि रूपा दास के मृतक के बडे भाई तपनदास के साथ में अवैध संबंध थे। पति को रास्ते से हटाने के लिये अपने जेठ के साथ हत्या का षड्यन्त्र रचा.

तपनदास ने उदयपुर में अपने परिचित एवं साथ कार्य करने वाले राकेष लोहार नामक व्यक्ति को करीब 12 लाख 50 हजार रूपये की सुपारी दी.

कैसे रची हत्या की साजिश

अभियुक्तों ने उतमदास को उदयपुर में कार्य करने के लिये साईट देखने के बहाने जयपुर होते हुए उदयपुर भेेजा। हत्या का प्लान जयपुर से उदयपुर आते समय था, मगर किसी कारण से सफल नही हुए।

उदयपुर में अपने साथी अभियुक्त राकेष लोहार, सुरेन्द्र लोहार, अजय यादव, जयवर्धन सिंह शक्तावत के साथ उतमदास को कार में साथ लेकर रवाना हो रास्ते में ठेके से बीयर ली और तपनदास ने नींद की गोलियों का बारीक पाउडर को उतमदास की बीयर में मिला दिया। जिसके पीने से उतमदास बेहोष हो गया और जयवर्धन ने बेल्ट डालकर उसका गला गोंट दिया।

तपनदास, राकेष तथा सुरेन्द्र कार से उतर गये। अजय यादव एवं जयवर्धन दोना उतमदास के शव को बोरे में डाल कर रस्सी से बांधकर उदयसागर सुखानाका में फेंक दिया।

असम, त्रिपुरा जाकर कोरोना से मृत्यु होना बताया

अभियुक्त तपनदस व रूपादास ने परिजनों को लगभग महिने भर बाद उतमदास की उदयपुर में कोरोना के कारण मृत्यु होना बता दिया।

अभियुक्ता रूपादास बनवाना चाहती थी फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र

अपने पति की हत्या करवाने के बाद रूपादास अपने पति के पैतृक संपति व अपने पति की एलआईसी का रूपया भी प्राप्त करना चाहती थी।

इसलिये उसने तपनदास के साथ में मिलकर अपने पति की कोरोना से मृत्यु होने का कारण बताकर फर्जी मत्यु प्रमाण पत्र बनवाना चाहती थी। इसके लिये अभियुक्त तपनदास ने अपने साथी अभियुक्त राकेष लोहार की मदद से फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने का भी प्रयास किया जा रहा था।

विषेष भूमिकाः- कांस्टेबल प्रहलाद जिला स्पेशल टीम।

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