अवैध हथियार के साथ पुजारी को पकड़ा तो खुला 4 साल पहले की गई महिला की हत्या का राज़

 अवैध हथियार के साथ पुजारी को पकड़ा तो खुला 4 साल पहले की गई महिला की हत्या का राज़

प्रतापनगर थाना पुलिस एवं डीएसटी द्वारा चार वर्ष पूर्व एक महिला की हत्या के चौंका देने वाले मामले का खुलासा हुआ है. हत्या का आरोपी 40 वर्षीय राहुल राज चतुर्वेदी को गिरफ्तार किया गया है.

पुलिस ने बताया कि आरोपी ने अपनी महिला साथी भानुप्रिया की 12 मई 2020 की रात को गला दबा कर हत्या कर दी थी. उसके बाद अपने कृत्य को छुपाने एवं लाश को ठीकाने लगाने के लिए उसने लगातार दो वर्ष तक महिला के शव को एक लोहे के ड्रम में छुपा कर रखा फिर मकान मालिक के साथ मिल कर शव को जला कर अवशेषों को नदी में फेंक दिया .

एसपी भुवन भूषण यादव ने मीडिया को एक प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि प्रतापनगर थाना पुलिस एवं डीएसटी ने एक व्यक्ति को दौरने गश्त अवैध हथियार होने के शक में पकड़ा. एसपी ने बताया कि पकडे गए व्यक्ति के पास से एक देशी कट्टा मिला और उसने अपना नाम राहुलराज चतुर्वेदी निवासी केशव नगर चन्दनवाड़ी बताया. और बताया कि वह देहली गेट स्थित हनुमान मंदिर में पूजा करता है और पांच वर्ष पूर्व किसी व्यक्ति ने मंदिर में ही उसे देशी कट्टा दिया था जिसे वह अपने पास रखता है.

पुलिस को जब आरोपी पर शक हुआ तो उसके बैकग्राउंड के बारे में जानकारी मिली जिसमे उसके एक महिला भानुप्रिया से सम्बन्ध होने की बात सामने आई, पुलिस ने जब कड़ाई से आरोपी को महिला के बारे में पूछा तो उसने हत्या कर लाश को ठीकाने लगाने तक सारे राज़ उगल लिए.

महिला और उसके बच्चो को पनाह दी

आरोपी राहुलराज ने पुलिस को बताया कि वर्ष 2019 को शिव रात्रि के दिन देहली गेट हनुमान मंदिर पर एक महिला मिली जिसका नाम भानुप्रिया पत्नी नारायण गिरी गोस्वामी था. महिला ने उसे बताया कि उसके पति ने उसे घर से निकाल दिया है, महिला और उसके बच्चो को राहुल राज ने पनाह दी और राजनगर, राजसमन्द में एक कमरा किराये पर ले कर वहां रख दिया.

कुछ समय बाद भानुप्रिया को उसके पति ने तलाक दे दिया और दोनों बǔचों को उसके पति ने अपने पास रख लिये. भानुप्रिया और राहुल राज दोनों साथ रहने लगे. पर कुछ दिनों बाद दोनों में झगड़े होने लगे.

हत्या और हत्या के बाद

आरोपी ने पुलिस को बताया कि दिनांक 12 मई 2020 की रात भी दोनों में झगडा हुआ जिसमे भानुप्रिया ने राहुलराज को पीटा जिसपर गुस्से में राहुलराज ने गला दबा कर भानुप्रिया की हत्या कर दी.

पुलिस ने बताया कि आरोपी हत्या कर घबरा गया और एक घण्टे तक उसकी लाश के पास बैठा रहा। फिर मोबाईल पर लाश को ठिकाने लगाने के तरिके देखे।  उसने लाश को एक लोहे के पुराने ड्रम में डाल पर उसका ढक्कन बन्द कर दिया। दूसरे दिन बाजार से एक सिमेन्ट का कट्टा लेकर आया और ड्रम के ढक्कन पर सिमेन्ट से पैक कर दिया। उसके उपर बर्तन रख दिये। लगभग दो साल तक ड्रम ऐसे ही पडा रहा और आरोपी अपनी रोज़ मर्रा की दिन चर्या करता रहा । इसी बीचे वह लगातार क्राइम पेट्रोल का एक एपिसोड देखता रहा जिससे वह शव को ठीकाने लगाने के उपाय खोजता.

हत्या का राज़ मकान मालिक को बताया

एक दिन मकान मालिक सत्यनारायण पालीवाल ने आरोपी राहुल राज को फ़ोन करके बुलाया कि उसके कमरे से दुर्गन्ध आरही है. जिसपर राहुल राज घबरा गया और मकान मालिक को विश्वास में लेकर पूरी बात बता दी. आरोपी ने पुलिस को बताया कि जुन 2022 को उसने व मकान मालिक ने मिलकर ड्रम को घर के पीछे बाड़े में ले जाकर उसके उपर लकडी और अन्य सामान डाल कर जला दिया और शव की हड्डियों को पिसकर बडारडा के पास नदी में डाल दिया और राख को मकान के बाहर की फैंक दिया।

पुलिस ने बताया कि चौंकाने वाले तथ्य सामने आने आने पर उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया गया तथा एफएसएल टीम को साथ लेकर मौका मुआना किया गया. पुलिस ने मृतका की बहिन रूचिकर्ण को इसकी जानकारी दी गयी।

कार्यवाही  टीम :- हिमांषुसिंह,  थानाधिकारी,  प्रतापनगर, देवेन्द्रसिंह  देवल,  उ.नि.,  प्रभारी  डीएसटी, डीएसटी से हेड कांस्टेबल विक्रमसिंह धर्मेन्द्रसिंह, कांस्टेबल अनिल, उपेन्द्र  सिंह, रामनिवास ,रविन्द्र, उत्कर्ष 

विशेष  भुमिका :- हेड कांस्टेबल धर्मेन्द्रसिंह एवं कांस्टेबल अनिल 

Related post