वैज्ञानिक शोघ पत्र लेखन पर छः दिवसीय कार्यशाला प्रारम्भ

 वैज्ञानिक शोघ पत्र लेखन पर छः दिवसीय कार्यशाला प्रारम्भ

पेसिफिक विश्वविद्यालय में संकाय विकास कार्यक्रम के अन्र्तगत विज्ञान संकाय में जीवन विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित छः दिवसीय कार्यशाला का आज शुभारम्भ हुआ। विश्वविद्यालय के विज्ञाान एवं प्रोद्यौगिकी विभागों के संकाय सदस्यो के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में वनस्पति शास्त्र के सेवानिवृत प्रोफेसर सुनिल दŸा पुरोहित ने वैज्ञानिक शोध प़त्रो के लेखन एवं संपादन से सम्बन्धित बारीकियों पर विस्तार से चर्चा की।

प्रोफेसर पुरोहित ने सामान्य इंगलिश भाषा एवं वैज्ञानिक भाषा के अंतर का समझााते हुए शोध पत्रों के विभिन्न घटकों, संपादन का सांकेतिक भाषा एवं उनकी उपयोगिता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के प्रारम्भ में अधिष्ठाता, स्नातकोŸार अध्ययन, प्रोफेसर हेमन्त कोठारी ने बताया कि विश्वविद्यालय समय समय पर इस प्रकार की कार्यशालाएं आयोजित कर संकाय सदस्यों में शोध की क्षमताओं में विकास के लिए सदैव तत्पर रहता हैं।

विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता, प्रोफेसर रामेश्वर आमेटा ने बताया कि इस प्रकार के आयोजनों से संकाय सदस्यों में वैज्ञानिक अभिरूचि का विकास होता है तथा साथ ही लेखन में सुधार होता हैं। संकाय के कार्यक्रम संयोजक श्री दीपक व्यास ने बताया कि इस प्रकार के कार्यक्रम निरन्तर होते रहने से शोध छात्रों को भी उचित मार्गदर्शन मिलता हैं।

कार्यक्रम के प्रारम्भ में डाॅ शिखा वर्मा ने अतिथि वक्ता का परिचय देते हुए सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। अंत में डाॅ. राखी मेहता ने धन्यवाद ज्ञापित किया। छः दिवसीय इस कार्यक्रम में प्रोफेसर पुरोहित,, शोध पत्र लेखन, संपादन,साहित्य सर्वेक्षण एवं सन्दर्भ संकलन के विभिन्न आयामों पर न केवल व्याख्यान देगे बल्कि इन विषयों पर आधारित अभ्यास कार्यशालाओं का भी आयोजन किया जायेगा।

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