विश्व जनसंख्या दिवस पर आयोजित हुआ कार्यक्रम

 विश्व जनसंख्या दिवस पर आयोजित हुआ कार्यक्रम

उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों/कार्मिकों को किया सम्मानित

विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर चिकित्सा स्वास्थ्य एवम परिवार कल्याण विभाग द्वारा आज सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के बप्पा रावल सभागार में पूर्व विधायक एवम कांग्रेस नेता श्रीमती सज्जन कटारा के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में एआईसीसी के सदस्य श्री विवेक कटारा विशिष्ट अथिति के रूप में मौजूद रहे।

कार्यक्रम के दौरान परिवार कल्याण की विभिन्न गतिविधियों में जिन संस्थाओं एवम् अधिकारियों/ कार्मिकों ने जिले में उत्कृष्ट कार्य किया उन्हे प्रतीक चिन्ह एवम् प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि श्रीमती सज्जन कटारा ने कहा की चाहे कोविड हो या विभाग की नियमित गतिविधियों के कार्यक्रम सभी में उदयपुर जिले ने एक अलग पहचान बनाई है। सीमित प्राकृतिक संसाधनों को देखते हुए जनसंख्या पर नियंत्रण अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए परिवार कल्याण को लेकर विभाग की एएनएम एवम् आशा बहने जिस मेहनत एवम् लगन से योग्य दंपतियों को परिवार कल्याण का महत्व समझाने एवम् इसके साधनों के बारे में जानकारी दे रही है वो तारीफ के काबिल है।

कार्यक्रम संबोधन के दौरान सयुक्त निदेशक डॉ जुल्फिकार अहमद काजी एवम् उप निदेशक डॉ पंकज गोड ने जिले को परिवार कल्याण में 5 श्रेणियों में राज्य स्तर पर मिल रहे पुरुस्कार पर सीएमएचओ डॉ दिनेश खराड़ी एवम् अतिरिक्त सीएमएचओ परिवार कल्याण डॉ रागिनी अग्रवाल को बधाई दी।

सीएमएचओ डॉ दिनेश खराड़ी ने बताया की जनसंख्या स्थिरीकरण के सपने को साकार करने के लिए जिले का लक्ष्य प्रत्येक योग्य लाभार्थी तक पहुंचना है। इसके लिए चिकित्सा विभाग की ओर से जिले में 27 जून से 10 जुलाई तक योग्य दंपतियों में सीमित परिवार व बच्चों में अंतराल रखने के प्रति जन जागृति पैदा करने के लिए “परिवार नियोजन का अपना उपाय, लिखो तरक्की का नया अध्याय” थीम पर आधारित मोबिलाइजेशन पखवाड़े का आयोजन किया गया। अब विभाग द्वारा 11 से 24 जुलाई की अवधि में जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े का आयोजन किया जाएगा।

अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रागिनी अग्रवाल ने बताया कि मोबाइल पखवाड़े के दौरान जिले के गांव में ढाणियों में स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की ओर से योग्य दंपतियों से संपर्क कर उन्हें सीमित परिवार रखने के फायदे, विवाह की सही आयु, विवाह पश्चात कम से कम 2 वर्ष बाद पहला बच्चा हो, पहले व दूसरे बच्चे में कम से कम 3 साल का अंतर हो की जानकारी दी गई। साथ ही प्रसावोत्तर परिवार कल्याण सेवाएं, अंतरा गर्भनिरोधक इंजेक्शन, पुरुषों की परिवार नियोजन में सहभागिता, गर्भपात पश्चात परिवार कल्याण सेवाएं और स्थाई व अस्थाई साधनों के उपयोग के प्रति प्रेरित किया गया। इस दौरान जिले में परिवार कल्याण संबंधी विभिन्न जागरूकता गतिविधियों का संचालन जिला एवं ब्लाक स्तर पर चिकित्सा संस्थानों में किया गया।

उन्होंने बताया की आज से शुरू हो रहे जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े के दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित कर जिला एवम ब्लाक स्तर पर परिवार कल्याण के संबंध में जागरूकता गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान योग्य दंपतियों को सीमित परिवार रखने का संदेश भी दिया जाएगा।

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