कविता के भावों को मिली रंगों की संगत, सजी शब्द रंग प्रदर्शनी
उदयपुर. राजस्थान साहित्य अकादमी की ओर से ख्यातनाम कवियों की सृजनाओं को रंगों से उकेर कर जीवंत सा कर देने वाले जाने माने चित्रकारों की कलाकृतियां की प्रदर्शनी सोमवार से सूचना केंद्र परिसर की कलादीर्घा में शुरू हुई। पांच दिवसीय कविता संग पेंटिंग ‘शब्द रंग’ प्रदर्शनी का शुभारंभ पर्यटन, कला, साहित्य, संस्कृति व पुरातत्व विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ के करकमलों से हुआ।
प्रदर्शनी को निराहते हुए अतिथियों और कलाप्रेमियों ने सृजनधर्मियों की प्रतिभा का लोहा स्वीकारते हुए रंगों से उकेरे गए कविता के भावों को आत्मसात् किया। मुख्य अतिथि प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ करीब 3 बजे सूचना केंद्र पहुंची। यहां राजस्थान साहित्य अकादमी के अध्यक्ष डॉ. दुलाराम सहारण एवं संयुक्त निदेशक जनसंपर्क डॉ. कमलेश शर्मा ने स्वागत किया।
राठौड़ ने फीता काट कर प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। उन्होंने प्रदर्शनी का अवलोकन किया और प्रत्येक चित्रकार से चर्चा करते हुए कलासर्जना में निहित भावों के बारे में जानकारी ली और उन्हें शुभकामनाएं दी। इस मौके पर प्रमुख शासन सचिव ने राजस्थान साहित्य अकादमी के प्रयासों की सराहना की और कला एवं कलाकारों के प्रोत्साहन के लिए ऐसे आयोजनों को उपयोगी बताया।
अकादमी अध्यक्ष डॉ. सहारण ने प्रदर्शनी के बारे में अवगत कराते हुए अकादमी द्वारा आयोजित गतिविधियों व कार्यक्रमों की जानकारी दी। संयुक्त निदेशक डॉ. शर्मा ने प्रमुख शासन सचिव को गुलदस्ता भेंटकर अभिनंदन किया। साथ ही सूचना केन्द्र के वाचनालय, जवाहर कला केन्द्र की तर्ज पर विकसित हो रहे ओपन थियेटर, विभागीय कार्यकलापों व अन्य गतिविधियों की जानकारी दी।
शिविर संयोजक चेतन औदिच्य ने बताया कि शहर के नामचीन एवं उभरते चित्रकारों ने प्रदेश के प्रसिद्ध व पुरस्कृत कवियों की चुनिंदा कविताओं को कैनवास पर रंग के माध्यम से उकेरा। कला प्रदर्शनी में शब्दों के संग रंगों से निखरी प्रदर्शनी में चित्रकार हेमन्त जोशी, रवीन्द्र दाहिमा, जगदीश कुमावत, डॉ. चित्रसेन, नीलोफर मुनीर, दीपिका माली, इति कच्छावा, प्रेषिका द्विवेदी, दीपक सालवी, सुरेन्द्र सिंह चुंडावत.
अनिल मोहनपुरिया, सुनील नीमावत, नवल सिंह चौहान, सूरज सोनी, शहनाज मंसूरी, कुमुदिनी भरावा, अमित सोलंकी, मुकेश औदिच्य, सोनम फुलवारिया, नक्षत्रा चौबीसा, प्राथी सिकलीगर, बंटी सुथार, कबीर मेघवाल व योगेश डांगी की कलाकृतियों का प्रदर्शन किया गया है। यह निःशुल्क प्रदर्शनी आगामी 1 सितंबर तक चलेगी।