रॉकवुड्स इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित हुआ शिक्षा पर पुनर्विचार सेमिनार

 रॉकवुड्स इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित हुआ शिक्षा पर पुनर्विचार सेमिनार

वैश्विक स्तर का प्रमाणीकरण है कैम्ब्रिज पाठ्यक्रम – राजामणि

केम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के साउथ एशिया प्रमुख ( प्रेस और मूल्यांकन) अरुण राजामणि ने कहा कि कैम्ब्रिज के पाठ्यक्रम में विद्यार्थियों को परीक्षा पास करने के लिए नहीं, बल्कि सीखने के लिए पढ़ाया जाता है। जो ज्ञान किसी जगह उपयोग में लिया जा सके। यह अन्य बोर्ड से पूरी तरह अलग है। कैम्ब्रिज पाठ्यक्रम भारतीय छात्रों के लिए एक आधुनिक और समर्थ शिक्षा प्रणाली है जो उन्हें वैश्विक मानकों और प्रथाओं के साथ परिचित कराती है। वे रॉकवुड्स इंटरनेशनल स्कूल में रविवार को हुए रीथिकिंग एजुकेशन सेमिनार में मुख्य वक्ता बतौर बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि यह पाठ्यक्रम प्री-प्राइमरी से लेकर उच्चतर स्तर तक एक संरचित पाठ्यक्रम प्रदान करता है जो छात्रों की समग्र विकास को ध्यान में रखता है। साथ ही छात्रों को एक अद्वितीय और व्यापक शिक्षा प्रणाली प्रदान करता है जो उनकी समग्र विकास को समर्थ बनाती है। यह छात्रों को अध्ययन, नैतिकता, सामाजिक और पेशेवर दक्षता में संतुलित बनाता है।

कैंब्रिज इंटरनेशनल एजुकेशन साउथ एशिया के रीजनल डायरेक्टर महेश श्रीवास्तव ने कहा कि कैम्ब्रिज पाठ्यक्रम के परीक्षाओं का मान्यता प्राप्त होना वैश्विक स्तर पर छात्रों को मान्यता और पहचान प्रदान करता है। यह उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थ बनाता है और विश्वविद्यालयों और कर्मचारी मान्यता देने वाले संस्थानों में प्रवेश के लिए अच्छे संभावनाएं प्रदान करता है। कैम्ब्रिज पाठ्यक्रम में प्रौद्योगिकी को महत्वपूर्ण माना जाता है और छात्रों को नवाचार की भावना देता है। यह उन्हें आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अग्रणी बनाता है।उन्होंने कहा कि कैम्ब्रिज पाठ्यक्रम छात्रों को अच्छे करियर और उच्च शिक्षा के लिए तैयार करता है। यह उन्हें गहरा ज्ञान, नौकरी में कौशल, और विश्वसनीयता का एक मजबूत आधार प्रदान करता है।

कैम्ब्रिज पाठ्यक्रम भारतीय छात्रों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उन्हें ग्लोबल शिक्षा के मानकों के साथ तालमेल करता है और उन्हें आधुनिक शिक्षा प्रणाली के लाभों का अनुभव करने का अवसर प्रदान करता है।

केम्ब्रिज में छात्रों को रट्टामार पद्धति से दूर रखा जाता है। प्रेक्टिकल ज्ञान पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है। । केम्ब्रिज के पाठ्यक्रम में बच्चों को एक्टीविटी से विषय पढ़ाए जाते हैं, जिससे बच्चों का सीखना सरल हो जाता है। देशभर में केम्ब्रिज के सैंकड़ों स्कूल हैं और उदयपुर में रॉकवुड्स इंटरनेशनल स्कूल कैंब्रिज से मान्यता प्राप्त है।

उन्होंने कहा कि देश में होने वाली विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओ के लिए बच्चों को विशेष सिस्टम से तैयार किया जाता है। इस कारण अन्य बोर्ड के विद्यार्थियों की तुलना में केम्ब्रिज के विद्यार्थी आगे हैं। उन्होंने बताया कि कमजोर और सामान्य स्तर के बच्चों के लिए हफ्ते में एक दिन विशेष रेमेडियल क्लासेस चलाई जाती है, जिससे इन बच्चों को आगे लाया जा सके। इसमें खास बात है कि अन्य बोर्ड में 11 कक्षा से विषय चयन करना होता है। जबकि कैम्ब्रिज में प्राइमरी से यह शुरू हो जाता है।

रॉकवुडस इंटरनेशल स्कूल के निदेशक दीपक शर्मा ने बताया कि अपने बच्चे को कैम्ब्रिज स्कूल शिक्षा प्रणाली में दाखिल करने से माता-पिता को कई आश्वासन मिल सकते हैं। कैम्ब्रिज स्कूल एक कठिन पाठ्यक्रम का पालन करते हैं जो छात्रों को एक संपूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए तैयार किया गया है। कैम्ब्रिज की पदाधिकारिता विश्वभर में मान्यता और सम्मान प्राप्त है, जो आपके बच्चे के लिए अंतरराष्ट्रीय अवसरों का दरवाजा खोल सकता है। कैम्ब्रिज के मूल्यांकन में छात्रों की प्रगति का मूल्यांकन करने के लिए विभिन्न तरीकों का समावेश होता है, जो छात्रों और माता-पिता दोनों को समग्र प्रतिक्रिया प्रदान करता है। सेमिनार में शहर के सैंकड़ों अभिभावकों और छात्रों ने शिरकत करते हुए केंब्रिज शिक्षा के नवाचार और उपयोगिता को समझा।

इस दौरान रॉकवुड्स इंटरनेशल स्कूल की प्राचार्या डा वसुधा नीलमणि ने रॉकवुड्स की शैक्षणिक गतिविधियों और प्रगतियों पर प्रकाश डाला। इस दौरान उप प्राचार्य रेणु राठौड़ सहित कई शिक्षक व अभिभावक मौजूद थे।

Related post