6 राज्यों के लोक गीतों से गूंजा शिल्प का आंगन

 6 राज्यों के लोक गीतों से गूंजा शिल्प का आंगन

ऋतु बसंत का रंगोत्सव के साथ हुआ समापन

पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र उदयपुर द्वारा प्रतिवर्ष होने वाले फाल्गुनी रंगों के मनोहारी उत्सव तीन दिवसीय ऋतु बसंत के आखिरी दिन बुधवार को एमएस यूनिवर्सिटी बड़ौदा के फैकल्टी ऑफ परफोर्मिंग आर्ट्स के स्टूडेंट्स और टीचर्स ने रंगोत्सव की जोरदार प्रस्तुति देकर मंत्रमुग्ध कर दिया। 

एमएस यूनिवर्सिटी बड़ौदा के डॉ. राजेश केलकर के निर्देशन में 46 विद्यार्थियों ने कलर ऑफ फोक में 6 राज्यों के लोकगीत से शिल्प के आंगन को मधुर गीतों से गुंजायमान कर दिया। वहीं भरतनाट्यम, कत्थक, शास्त्रीय संगीत, श्लोका द रैप की प्रस्तुति देकर माहौल को खुशनुमा बना दिया। कार्यक्रम में सबसे पहले गणेश वंदना के साथ भरतनाट्यम की प्रस्तुति दी गई। देश राग में शास्त्रीय बंदिश का गायन हुआ।

तराना के साथ कत्थक नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी गई। भगवान शिव के नटराज रूप पर आधारित नटेश नृत्य का भक्ति भाव के साथ प्रस्तुतीकरण किया गया। स्वर रंग में सितार और वायलिन की जुगलबंदी हुई,  जो राग किरवाणी पर आधारित थी। श्लोका द रैप में भगवान कृष्ण के जीवन पर आधारित श्लोंकों को राग हिण्डौली में रैप के साथ प्रस्तुत किया।  कृष्णा भरतनाट्यम डांस हुआ। जिसमें नृत्य के साथ भगवान कृष्ण की विभिन्न लीलाओं की प्रस्तुति दी। अंत में 6 राज्यों के लोकगीतों को कलर ऑफ फोक के साथ दर्शाया गया । जिसमें कन्नड़, बांगला,गुजराती,पंजाबी , मराठी,राजस्थानी के लोकगीतों की शानदार प्रस्तुति दी गई।

कार्यक्रम के अंत में पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र उदयपुर की निदेशक किरण सोनी गुप्ता ने एमएस यूनिवर्सिटी बड़ौदा के डॉ. राजेश केलकर व अन्य कलाकारों का सम्मान किया ।

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