वसीम खान के समर्थन में आया निजी महाविद्यालय संघ, राज्यपाल को दिया ज्ञापन
मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय (एम्एलएसयु) में निजी महाविद्यालयों के शिक्षकों को पीएचडी में शोध सुपरवाइजर बनाने को लेकर विवाद गरमाता जा रहा है. आरोप प्रत्यारोप के बीच आज निजी महाविद्यालय संघ ने राज्यपाल ने नाम ज्ञापन दिया.
विधि महाविद्यालय के संकाय अध्यक्ष डॉ आनंद पालीवाल ने एम्एलएसयु के कुलपति प्रो. अमेरिका सिंह पर आरोप लगाया था कि वे निजी महाविद्यालय संघ के अध्यक्ष एवं पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष डॉ वसीम खान के कहने पर निजी महाविद्यालयों के शिक्षकों को पीएचडी में शोध सुपरवाइजर बनाने के लिए दबाव बना रहे है.
जिसके चलते आज स्वपोषित शिक्षक प्रशिक्षक महाविद्यालय समिति उदयपुर के सदस्यों ने विरोध जताते हुए कुलाधिपति राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया और वसीम खान पर लगे आरोपों का विरोध किया.
वसीम खान ने मीडिया को संबोधित करते हुए बताया कि निजी महाविद्यालय संघ ने हाल ही में कुलपति से मांग की थी कि निजी महाविद्यालयों के शिक्षकों को भी पीएचडी में शोध सुपरवाइजर बनाया जाए, कुलपति ने उक्त मांग मान ली थी और आगे की कार्यवाही हेतु फाइल जमा करवाने के लिए कहा था लेकिन उसके बाद एक अखबार में अपना नाम कुलपति पर कथित “दबाव” बनाने के लिए जोड़ा गया जिस पर वासिम खान और संघ ने आपत्ति जताई और सभी आरोपों को निराधार बताया.
संघ ने बिना किसी का नाम लिए ज्ञापन में लिखा कि विश्वविद्यालय से कतिपय वे लोग जो प्राइवेट सेक्टर में अनुभव प्राप्त करके इस मुकाम पर पहुचे है वे ही निजी क्षेत्र की प्रतिभाओ का विरोध कर रहे है.
उदयपुर डिवीज़न के सिरोही, राजसमन्द, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर और बांसवाडा के करीब 150 से अधिक शिक्षक और संचालक आये थे, इसके अलावा संघ के पूर्व अध्यक्ष दिनेश माली, लोकेश जैन, पूर्व महा सचिव एस पी सिंह भी उपस्थित थे, साथ में डॉ अशिविनी गौड़, सिद्दीक अहमद, रोशन महात्मा आदि भी उपस्थित थे. ट्राइबल एरिया प्राइवेट कॉलेज वेलफेयर सोसाइटी ने भी वसीम खान पर लगे आरोपों का विरोध किया है.