पीसीपीएनडीटी की कार्यशाला और आईवीएफ सेंटर्स के संचालकों की बैठक आयोजित

 पीसीपीएनडीटी की कार्यशाला और आईवीएफ सेंटर्स के संचालकों की बैठक आयोजित

उदयपुर 13 फरवरी। पीसीपीएनडीटी (Pre-Conception and Pre-Natal Diagnostic Techniques Act, 1994) के प्रभावी क्रियांवयन को लेकर सोमवार को जिला कलक्टर ताराचंद मीणा की अध्यक्षता में जिले में संचालित समस्त आईवीएफ सेंटर्स के संचालकों की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार तथा सोनोग्राफी केन्द्र संचालको एवं चिकित्सकों की एक दिवसीय कार्यशाला पंचायत समिति गिर्वा उदयपुर में आयोजित हुई।

कार्यशाला में जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने लिंगानुपात में सुधार एवं शहरी क्षेत्र में ग्रामीण की तुलना में कम लिंगानुपात होने को चिंता का विषय बताते हुए इस दिशा में कार्य योजना तैयार के निर्देश दिए। उन्होंने नियमों का पालन नहीं करने वाले संस्थाओं के साथ सख्ती से कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने संबंधित संस्थाओं को एक्ट के प्रावधानों की सख्ती से अनुपालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए और आम जनों में इस विषय पर जागरूकता पैदा करने की बात कही।

लिंग परीक्षण पूछताछ भी अपराध:

सीएमएचओ डॉ.शंकरलाल बामनिया ने कहा कि यदि कोई केन्द्र पर लिंग परीक्षण कराने संबंधी पूछताछ करता है तो इसकी सूचना व्हॉट्सअप नम्बर 979999795 पर दी जा सकती है। उन्होंने सरकार द्वारा संचालित मुखबिर योजना व पीसीपीएनडीटी एक्ट के बारे संपूर्ण जानकारी दी। आईएमए अध्यक्ष डॉ. आनंद गुप्ता ने सस्थान पर संधारित किए जाने वाले पीसीपीएनडीटी संबंधी समस्त रिकॉर्ड की विस्तृत जानकारी दी।

कार्यशाला में जिले में सेव द गर्ल चाईल्ड की ब्रांड एंबसेडर डॉ. दिव्यानी कटारा ने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के संबंध में जारी कार्यों पर चर्चा की और लिंगानुपात में सुधार के लिए की जाने वाली गतिविधियों को प्रोत्साहित करते हुए पूर्ण सहयोग देने की बात कही।

आरंभ में अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रागिनी अग्रवाल ने कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए एक्ट की कड़ाई से पालना करने की बात कही। पीसीपीएनडीटी समन्वयक मनीषा भटनागर ने पीपीटी के माध्यम से पीसीपीएनडीटी की प्रगति बताई। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम प्रबंधक सदाकत अहमद एव यूपीएम वैभव सरोहा सहित अन्य विशेषज्ञ शामिल रहे।

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