पवन कौशिक ने जस्ते के फायदों पर लिखी किताब राज्यपाल कालराज मिश्र को भेंट की
हिंदुस्तान जिंक के पूर्व वाईस प्रेजिडेंट ने जस्ते (जिंक) के फायदों के बारे में जानकारी देने के लिए एक पुस्तक का लेखन किया है जिसका नाम है – ‘वी ऑल हैव जिंक इन अवर लाइव्स – गैल्वनाइजिंग इंडियाज इकोनॉमी एंड हेल्थ” । हाल ही में कौशिक ने यह पुस्तक राजस्थान के राज्यपाल कालराज मिश्र को जयपुर में भेट की ।
यह एक शोध-आधारित पुस्तक है जो पाठकों को जस्ते के बड़े पैमाने पर सेवन के बारे में जानकारी देगी।
इस पुस्तक के अनुसार, एक वयस्क मानव शरीर में लगभग 2-3 ग्राम जस्ता होता है, जो शरीर के एंजाइमों और प्रतिरक्षा प्रणाली के ठीक से काम करने के लिए बहुत आवश्यक होता है। पवन कौशिक ने कहा कि हमें अच्छे स्वास्थ्य और स्वस्थ एवं टिकाऊ अर्थव्यवस्था के लिए जस्ते की जरूरत है । ऐसी बहुत से इमारतें हैं जो जस्ते के उपयोग से स्टील को जंग से बचाती हैं और इसी कारण इन इमारतों की उम्र बढ़ जाती है । “स्टेचू ऑफ़ यूनिटी”, इस्कॉन मंदिर’, “केदारनाथ का ब्रिज”, “भूर्ज खलीफा ” जैसी कई इमारतें हैं जो गैल्वेनाइज्ड स्टील के कारण आज कई वर्षों से सुरक्षित है और आगे भी सुरक्षित रहेंगी ।
जस्ते के स्वास्थय में उपयोग के बारे में उन्होंने बताया कि आमतौर पर लोगों को पता नहीं है कि जस्ता डायरिया, दृष्टि समस्याओं, स्मृति दोष, दंत क्षय, हृदय रोग, अल्सर आदि को रोकने में मदद करता है।
हिंदुस्तान जिंक में वाइस प्रेसिडेंट और कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन के प्रमुख के रूप में काम कर चुके कौशिक इससे पहले भी जस्ता को लेकर राष्ट्रीय अवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लेखन कर चुके हैं । इसके आलावा, पवन कौशिक इंटरनेशनल जिंक एसोसिएशन के मीडिया सलाहकार रह चुके हैं और इनटरनॅशनल रिसर्च कंपनी जी.अल.जी. के भी इंडिपेंडेंट कंसलटेंट हैं ।