मूकाभिनय कार्यशाला में शहर के जिज्ञासु सीख रहे हैं मूकाभिनय की बारीकियां

 मूकाभिनय कार्यशाला में शहर के जिज्ञासु सीख रहे हैं मूकाभिनय की बारीकियां

पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, उदयपुर द्वारा आयोजित प्रस्तुति परक मूकाभिनय कार्यशाला का आज सुबह  शिल्पग्राम के संगम हॉल में शुभारंभ हुआ.

21 जून, 2023 तक प्रातः 8 बजे से 10 बजे तक चलने वाली इस कार्यशाला का संचालन विलास जानवे कर रहे हैं. वरिष्ठ रंग निर्देशक और संगीत नाटक अकादमी अवार्ड से सम्मानित विलास जानवे को किरण जानवे और मनीष शर्मा सहायता कर रहे हैं.

कार्यशाला में  प्रशिक्षुओं को नाट्यशास्त्र तथा मूकाभिनय कला से जुड़े विभिन्न पक्षों को व्यावहारिक रूप से समझाया जा रहा है साथ ही विभिन्न व्यायामों से संभागियों की शारीरिक और चेहरे की लोच बढाई जा रही है. मूकाभिनय में भाव भंगिमाओं, निरीक्षण शक्ति और सृजनशीलता का बड़ा महत्व होता है.

इसी के बल पर कलाकार बिना कुछ बोले दर्शकों को प्रभावित कर लेते हैं. आठ वर्ष से बासठ वर्ष के संभागी बढ़ चढ़ कर मूकाभिनय सीख रहे हैं. सांस्कृतिक केंद्र की निदेशक किरण सोनी गुप्ता ने बताया कि कार्यशाला में निर्मित मौलिक मनोरंजक और सन्देश परक मूकाभिनयों का मंचन समापन समारोह पर होगा.

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