पेसिफिक यूनिवर्सिटी द्वारा स्कूली विद्यार्थियों का विशाल प्रतिभा सम्मान समारोह
उदयपुर जिले के 40 से अधिक विद्यालयों में निबंध एवं पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता के माध्यम से विद्यार्थियों में सृजनात्मकता और लेखन कौशल विकसित करने का प्रयास किया गया। विद्यार्थियों ने युवाओं के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानंद तथा पर्यावरण संरक्षण पर बहुत ही ज्ञानवर्धक और रचनात्मक पोस्टर बनाए व निबंध लिखें। प्रत्येक स्कूल के विजेताओं को पेसिफिक विश्वविद्यालय द्वारा सम्मानित कर प्रोत्साहित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में एंजलिका प्लॉट संयुक्त निदेशक विद्यालय शिक्षा, उदयपुर संभाग ने अपने उदबोधन में कहा की पेसिफिक के इस जिला स्तरीय आयोजन से विद्यार्थियों में सकारात्मक प्रतिस्पर्धा बढ़ी है जो कि विद्यार्थियों के सर्वागीण विकास के लिए सहायक है। गेस्ट ऑफ ऑनर डिप्टी डीईओ उदयपुर संभाग, विजय सारस्वत ने कहा कि इससे विद्यार्थियों का मनोबल ऊंचा उठा तथा उनमें संवेदनशीलता जागृत हुई।
पेसिफिक कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन के निदेशक डॉ. खेल शंकर व्यास ने अपने स्वागत भाषण में सभी विद्यार्थियों, प्रधानाचार्यों एवं शिक्षकों का पेसिफिक विश्वविद्यालय की ओर से अभिवादन किया तथा उन्हें विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान की जा रही विभिन्न छात्रवृत्तियों के बारे में बताया।
छात्रवृत्तियों के संबंध में प्रकाश डालते हुए प्रेसिडेंट प्रोफेसर के.के. दवे ने बताया कि विश्वविद्यालय सदैव ही होनहार विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करता है। इसी श्रंखला में प्रत्येक स्कूल के बोर्ड परीक्षा में प्रथम स्थान अर्जित करने वाले विद्यार्थी को शत प्रतिशत छात्रवृत्ति दी जाएगी। साथ ही दूसरे व तीसरे स्थान पर रहे विद्यार्थियों को 75% तथा चौथे व पांचवें स्थान पर रहे विद्यार्थियों को 50% तक की छात्रवृत्ति दी जाएगी।
विद्यार्थियों को इस अवसर पर साइंस, कॉमर्स और आर्ट्स के क्षेत्र में कैरियर संबंधी विस्तृत जानकारी नई शिक्षा नीति के संदर्भ में डॉ. अनुराग मेहता ने दी। उन्होंने विद्यार्थियों को ड्युअल डिग्री, डिग्री के साथ-साथ डिप्लोमा तथा इंटर डिसीप्लिनरी विषय पढ़ने के बारे में बताया। प्रो. सुभाष शर्मा ने विद्यार्थियों को व्यक्तित्व विकास के लिए महत्वपूर्ण टिप्स देते हुए कहा कि व्यक्तित्व का विकास सिर्फ अच्छी पोशाक और अच्छे चाल-ढाल से ही नहीं होता इसके लिए सकारात्मक रवैया, गत्यात्मकता, परिवर्तनशीलता, सहयोग और मर्यादित वार्तालाप करना बहुत जरूरी है। तभी व्यक्ति रोजगार के लिए नियोक्ताओं की पहली पसंद बन सकता है।
डॉ.दिलेंद्र हिरन ने पेसिफिक यूनिवर्सिटी की ओर से शिक्षा विभाग तथा विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्यों व शिक्षकों को धन्यवाद ज्ञापित किया ।
कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर दिव्या शेखावत ने किया