मौसमी बीमारियों को प्रभावी नियन्त्रण के लिए घर घर होगा सर्वे

 मौसमी बीमारियों को प्रभावी नियन्त्रण के लिए घर घर होगा सर्वे

उदयपुर. जिला कलेक्टर के आदेश अनुसार संयुक्त निदेशक डॉ. जेड ए काजी की अध्यक्षता में जिला परिषद सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें उदयपुर और सलूंबर जिले के सीएमएचओ, डिप्टी सीएमएचओ, एडिशनल सीएमएचओ, आरसीएचओ, डीएलओ, बीसीएमओ और सामु स्वा. केंद्र के चिकित्सा अधिकारी प्रभारियों ने भाग लिया।

बैठक के आरंभ में सीएमएचओ डॉ बामनिया ने बताया कि राज्य में 108 एम्बुलेंस के वाहन चालकों की हड़ताल  को देखते हुए उदयपुर जिले में वैकल्पिक व्यवस्था कर दी गई है। मौसमी बीमारियों को प्रभावी रोकथाम के लिए घर घर सर्वे कराया जाएगा। 108 के प्रबंधक प्रशुन पंड्या ने बताया कि वाहन चालकों की व्यवस्था कर दी गई है।

और सीएमएचओ के सहयोग से सरकारी वाहन चालकों की भी मदद ली जा रही है। संयुक्त निदेशक डॉ काजी ने निर्देश दिए की स्कूलों में आयरन की दवा समय पर उपलब्ध करवाई जाए इसके लिए बीसीएमओ को पाबंद किया गया। घनश्याम सोनी ने बैठक में बताया कि ग्रामीण इलाकों के स्कूलों में बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करवाया जाए।

इस पर डॉ. काजी ने बताया कि जिले की आरबीएसके टीमों से मिलकर सभी चिकित्सा संस्थानो पर मास लेवल पर बच्चों के हीमोग्लोबिन की स्क्रीनिंग करवाऐ। एडिशनल सीएमएचओ डॉ रागिनी अग्रवाल ने चिरंजीवी योजना से वंचित परिवारो को योजना में जोड़ने का कार्य शीघ्र गति से किया जाए विशेष रूप से शहरी क्षेत्र के वंचित परिवारों को जोड़ा जाए। 

अभी जिले में 50% लोग ही योजना से जुड़ पाए हैं। इसके लिए सीएमएचओ डॉ बामनिया ने बताया कि 20 सितंबर को ई केवाईसी के लिए जिले में ड्राइव डे रखा जाना है। इसमें सीएचओ को 10 चिरंजीवी कार्ड और 100 ई केवाईसी, एएनएम को 10 कार्ड और 50 ई केवाईसी, आशा को पंच कार्ड और 50 ई केवाईसी एवं अन्य पैरामेडिकल स्टाफ को पांच कार्ड और 10 ई केवाईसी करना सुनिश्चित किया गया है।

आरसीएचओ डॉ अशोक आदित्य ने बताया कि एएनसी रजिस्ट्रेशन समय पर किया जाए जिससे गर्भवती महिला की गर्भकाल के दौरान चारों जरूरी जांचों को किया जा सके। एएनसी ड्रॉप आउट और मिसिंग डिलीवरी कम की जा सके। अभी मिशन इंद्रधनुष प्रोग्राम का द्वितीय चरण शुरू किया जाएगा जिससे टीकाकरण से वंचित सभी बच्चों को पूर्ण टीके लगाए जा सके।

मलेरिया जांच हेतु ब्लड साइड बढ़ाने के बारे में बताया। आईएचआई पी पोर्टल पर एसएलपी फोर्म की एंट्री समय पर करने के निर्देश दिए। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ आशुतोष सिंघल ने बताया कि जिले में सिलिकोसिस के सिर्फ 15 केस ही बकाया है जिन्हें मदद दी जानी है बाकी सभी को सहायता दी जा चुकी है।

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