पेडल टू जंगल के छठे संस्करण का हुआ आगाज

 पेडल टू जंगल के छठे संस्करण का हुआ आगाज

उदयपुर, 2 फरवरी। ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए वन विभाग के सहयोग से ग्रीन पीपल सोसायटी, साइक्लोमिनिया तथा बेला बसेरा रिसोर्ट के संयुक्त तत्वावधान में साइकिल पर प्रकृति के त्रिदिवसीय रोमांच पेडल टू जंगल के छठे संस्करण का आगाज गुरुवार को फील्ड क्लब से रश ऑवर राइड के साथ हुआ। इसमें देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए प्रतिभागियों ने साइकिल पर अंदरूनी शहर का सफर करते हुए लेकसिटी के सौदर्य को निहारा।

इस रश ऑवर राइड को मुख्य अतिथि हिन्दुस्तान जिंक के सीईओ प्रवीण शर्मा तथा विशिष्ट अतिथि मुख्य वन संरक्षक आर.के.खेरवा व वन संरक्षक आर.के.जैन रवाना किया। इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक एवं सेवानिवृत सीसीएफ राहुल भटनागर, प्रो. शरद श्रीवास्तव, डॉ. ललित जोशी, सुहेल मजबूर, प्रतापसिंह चुण्डावत, इस्माइल दुर्गा, राजेन्द्र सिंह चौहान, सत्यनारायण सिंह आदि मौजूद रहे।

रश ऑवर राइड के तहत देश के दिल्ली, पंजाब नागपुर, बैंगलोर कोटा अहमदाबाद सहित उदयपुर के प्रतिभागी एवं उदयपुर साइकिल क्लब के प्रतिनिधि साइकिल के माध्यम से फील्ड क्लब से रवाना होकर देवाली, रानीरोड, आयुर्वेद चौराहा, अंबामाता मंदिर, चांदपोल पुलिया, जगदीश चौक होते हुए सिटी पैलेस पहुंचे। प्रतिभागियों ने शहर की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक विरासत से रूबरू होते हुए शहर के सौंदर्य के साथ यहां पर्यावरण संरक्षण के लिए शहरवासियों का आभार जताना।

सिटी पैलेस पहुंचने पर सभी प्रतिभागी वहां पूर्व राजपरिवार सदस्य लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ से रूबरू हुए। मेवाड़ ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और आयोजन की शुभकामनाएं देते हुए प्रतिभागियों की हौसलाफजाई की और सभी के साथ समूह फोटो खिंचवाया। तत्पश्चात सभी पुनः फील्ड क्लब पहुंचे।

10 वर्ष की उर्वित रही आकर्षण का केन्द्र

पेडल टू जंगल के छठे संस्करण में इस बार पंजाब से आई 10 वर्षीय उर्वित आकर्षण का केन्द्र रही। एक नन्हीं प्रतिभागी के इस आयोजन में शामिल होने के लिए सभी ने उसको बधाई दी और उसके जज्बे की सराहना करते हुए उसके साथ सेल्फी लेकर हौंसलाफजाई की।

कार्यक्रम संयोजक भटनागर ने बताया कि  इस बार पेडल टू जंगल का छठा संस्करण गोरमघाट से शुरू होगा और मेवाड़ के मैराथन के रूप में लोकप्रिय दिवेर के विजय क्षेत्र पर समाप्त होगा। पीटीजे-6 के प्रतिभागियों को जंगली पहाड़ी रास्तों में साइकिल चलाने के साथ-साथ अरावली की हसीन वादियों के साथ मेवाड़-मारवाड़ के ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों से रूबरू करवाया जाएगा।

यह रहेगा आगे का सफर:

भटनागर ने बताया कि शुक्रवार 3 फरवरी को संभागी सुबह 6 बजे बस से रवाना होकर पिटस्टॉप रेस्तरां खामलीघाट पहुंचेंगे। वहां अल्पाहार के बाद साइकिल का सफर शुरू होगा।

साइकिल प्रेमी पिपली, मेडिया, काछबली, गोमटाडा होते हुए गोरम पहुंचेंगे। कुछ देर विश्राम के बाद गोरम से शुरू होकर फुलाद, कामली चौराया काली घाटी होते हुए भीलबेरी होते हुए रेनिया डैम पहुंचेगे। रेनिया डेम पर कैम्पिंग और लंच और शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा।

4 फरवरी को यह सफर पुनः रेनिया से शुरू होकर करवारा खेड़ा कल्याणपुरा सीमल तक चलेगा जहां साइकिल प्रेमी स्थानीय समुदायों के स्कूली छात्रों के साथ बातचीत करेंगे। तत्पश्चात वन ट्रैकिंग के लिए  मैलीमाता जंबू माता पहुंचगे और यहां से सतपलिया युद्ध स्मारक व्यू पॉइंट व छापली होते हुए मेवो का मथारा (विजय स्थल) पहंुचेंगे जहां स्थानीय भ्रमण व व्याख्यान कार्यक्रम होगा। यहा विजय स्थल के इतिहास के बारे में इतिहासविद् एस.एस.उपाध्याय प्रतिभागियों को संबोधित करेंगे।

संध्याकाल में सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा। 5 फरवरी को सुबह 9 बजे यह दल मेवंों का मथारा से देवगढ़ के लिए प्रस्थान करेगा जहां समापन समारोह होगा।

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