नारायण सेवा संस्थान के शाखा प्रभारियों का सम्मेलन संपन्न

 नारायण सेवा संस्थान के शाखा प्रभारियों का सम्मेलन संपन्न

उदयपुर, 26 जून । नारायण सेवा संस्थान में सोमवार को संस्थान सहयोगी एवं राष्ट्रव्यापी सेवा शाखाओं के प्रभारियों का दो-दिवसीय सम्मेलन एवं त्रिदिवसीय दिव्यांगजन से वार्ता ‘अपनों से अपनी बात’ का समापन हुआ जिसमें 500 से अधिक सहयोगियों व प्रभारियों के साथ 250 से अधिक दिव्यांगजन ने विचार साझा किए ।

मुख्य अतिथि संस्थान संस्थापक पद्मश्री कैलाश ‘मानव’ एवं विशिष्ट अतिथि सहसंस्थापिका कमला देवी, अनिल गुप्ता दिल्ली, दामोदर-सुरजा मीणा कैथून, शीला बाप्टे बुलढाणा, चंद्रप्रभा सक्सेना भोपाल व मनोहर सिंह नैनीताल थे।

आरंभ में अतिथियों व प्रभारियों का स्वागत करते हुए संस्थान अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने कहा कि सेवा ही ईश्वर से मिलने का सेतु है। हम प्रयत्न करें कि हमारे आस पास कोई भूखा-प्यासा और दवा -चिकित्सा से वंचित ना रहे। संस्थान के नि:शुल्क सेवा प्रकल्पों को हर उस व्यक्ति तक पहुंचाना है, जिन्हें उनकी जरूरत है। आयोजन का विविध चैनलों के माध्यम से देशभर में सीधा प्रसारण हुआ।

संस्थापक कैलाश मानव ने कहा कि जब तक हमारे व्यवहार और दृष्टि में संवेदना व करुणा नहीं होगी, सेवा और परोपकार के भाव भी जागृत नहीं होंगे।

कार्यक्रम में राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, मध्य प्रदेश, बिहार, पंजाब आदि राज्यों के प्रमुख समाजसेवियों को सम्मानित किया गया । संस्थापिका कमलादेवी, निदेशक वंदना अग्रवाल व रजत गौड़ ने संस्थान के सेवा प्रकल्पों की विस्तार से जानकारी दी।

कार्यक्रम में नारायण गुरुकुल के बालकों के ‘आदियोगी’ नृत्य व दिव्यांग जगदीश पटेल की व्हीलचेयर व मलखंभ पर प्रस्तुतियों को खूब सराहा गया । संयोजन महिम जैन व आभार ज्ञापन ट्रस्टी-निदेशक देवेंद्र चौबीसा ने किया। संस्थान अध्यक्ष ने बताया कि सम्मेलन प्रतिनिधियों ने नगर के विभिन्न पर्यटन स्थलों के अवलोकन के साथ ही नाथद्वारा की यात्रा कर श्रीनाथजी के दर्शन भी किए।

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