स्पर्श अभियान में मूक—बधिरों के लिए हुआ ‘गुड टच, बैड टच’ पर जागरूकता सत्र

 स्पर्श अभियान में मूक—बधिरों के लिए हुआ ‘गुड टच, बैड टच’ पर जागरूकता सत्र

प्रदेश भर में चलाए जा रहे स्पर्श अभियान के तहत सोमवार को अभिलाषा स्कूल में मूक—बधिरों के लिए ‘गुड टच, बैड टच’ पर जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया। इस अभियान के तहत स्पर्श वॉलंटियर्स डॉ. सोफिया नलवाया और कश्ती फाउंडेशन की संस्थापक श्रद्धा मुर्डिया द्वारा मूक बधिर तथा विशेष बच्चों के लिए तैयार किए गए सत्र में  गुड टच, बैड टच पर जानकारी दी गई और जागरूकता पैदा करने का प्रयास किया गया।  

अभिलाषा स्कूल में छात्रा छात्राओं के लिए आयोजित किये गए इस सत्र में सांकेतिक भाषा के द्वारा विद्यार्थियों को अच्छे तथा बुरे स्पर्श के बारे में जानकारी प्रदान की गई| इस कार्य में अभिलाषा स्कूल की फैकल्टी हर्षिता वर्मा ने वॉलंटियर्स का पूर्ण सहयोग किया तथा डॉ सोफिया और श्रद्धा मुर्डिया द्वारा दी गई महत्वपूर्ण जानकारी को साइन लैंग्वेज में अनुवाद कर विद्यार्थियों को सुगमता से समझने में सहयोग किया।

मूक—बधिरों के लिए बेहद महत्वपूर्ण

डॉ. सोफिया व श्रद्धा ने बताया कि यह सत्र इसलिए भी विशेष था क्योंकि प्रायः मुख्यधारा से पृथक् इन छात्र छात्राओं को इस अति संवेदनशील टॉपिक की जानकारी नहीं मिल पाती। साथ ही मूक बधिर बच्चों की भाषा ही टच पे आधारित है इसलिए ये भी अति आवश्यक है कि उन्हें विशेषतः ये जागरूकता हो की, कोई व्यक्ति उन्हें ग़लत तरीके से छूने का प्रयास कर रहा है। साथ ही छात्रों को जिम्मेदारी से बर्ताव करने और bullying से दूर रहने के लिए भी प्रोत्साहित किया गया। स्पर्श की पीपीटी और संदेश मूवी ने इस जानकारी को छात्रों तक पहुँचने में गहन भूमिका निभाई क्योंकि टारगेट ऑडियंस मूक बधिर बच्चे थे। इस दौरान छात्रों ने पूरी तत्परता और रुचि के साथ व्याख्यान को ना सिर्फ़ सुना बल्कि अपनी पूर्ण प्रतिक्रिया भी दी। प्राचार्य श्रीमती पूजा अग्रवाल ने कहा कि यह सत्र शिक्षाप्रद था और आज के समाज के लिए इसकी बहुत आवश्यकता है। दोनों प्रशिक्षक ने इसका सरल शब्दों में वर्णन किया जिसे विशेष विद्यालय के विद्यार्थियों ने पूरा—पूरा लाभ लिया।

इस अवसर पर विद्यालय के रोहित प्रजापत, दिव्येश लक्षकार,हेमंत कुमार डाँगरे,उम्मेद सिंह, जयेश शर्मा भी उपस्थित थे।

गौरतलब है कि स्पर्श अभियान वर्ष 2019 से बच्चों तथा विद्यार्थियों में अच्छे तथा बुरे स्पर्श की जागरुकता फैलाने का कार्य पूरे राजस्थान में पूरे जोश और समर्पण के साथ कर रहा है। अभियान ने वर्ष 2022 तथा 2023 में वर्ल्ड बुक आॅफ रिकार्ड्स, लंदन में भी अपना नाम सफलतापूर्वक दर्ज करवाया है।

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