उदयपुर दौरे पर पहुंचीं को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन की एमडी सुषमा अरोड़ा
अधिकारियों के साथ ली बैठक, कहा-दूध संकलन को बढ़ाने की है जरूरत
उदयपुर 6 अप्रेल। राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन की एमडी सुषमा अरोड़ा उदयपुर संभाग के दौरे पर है। बुधवार को बांसवाड़ा-डूंगरपुर के दौरे के उपरांत गुरुवार को वे उदयपुर पहुंचीं और यहां पर डेयरी गतिविधियों के संबंध में आला अधिकारियों की बैठक ली।
कमिश्नर-कलक्टर से की चर्चा, कहा-विकास के लिए अधिकाधिक प्रस्ताव दें:
डेयरी फेडरेशन एमडी सुषमा अरोड़ा ने आज सुबह उदयपुर के संभागीय आयुक्तालय में संभागीय आयुक्त एवं टीएडी आयुक्त राजेन्द्र भट्ट और कलक्टर ताराचंद मीणा के साथ बैठक की और जिले में डेयरी गतिविधियों, इनके विकास, जिले में दूध उत्पादन और उसके संकलन इत्यादि पर विस्तार से चर्चा की।
उन्होंने जिले में वर्तमान में 1.10 लाख लीटर दूध संकलन की स्थितियों को इस अंचल के दूध उत्पादन के लिहाज से काफी कम बताया और कहा कि जिले में दुग्ध संकलन को बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जिले में अगले 2 माह में 2 लाख लीटर संग्रहण का संबंधित अधिकारियों-कर्मचारियों को लक्ष्य दिया जाएगा। उन्होंने इस दौरान दुग्ध संकलन के प्लांट की क्षमता बढ़ाने, नई दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों के रजिस्ट्रेशन पर भी अधिकारियों से चर्चा की।
बैठक दौरान अरोड़ा ने अधिकारियों के साथ डेयरी विकास व दुग्ध उत्पादकों के संवर्धन के लिए किए जाने वाले प्रयासों पर गहन चर्चा की और उदयपुर संभाग में डेयरी गतिविधियों के विकास के लिए नवीन गतिविधियों के लिए अधिकाधिक प्रस्ताव प्रस्तुत करने की बात कही और बताया कि इस अंचल से डेयरी विकास के लिए जो भी प्रस्ताव आएंगे उन्हें प्राथमिकता से स्वीकृत किया जाएगा। अरोड़ा ने 10 प्रतिशत नए डीएसएस खोलने और पुराने बन्द डीएसएस को प्रारंभ कराने को भी आश्वस्त किया।
डेयरी विकास के लिए प्रतिबद्ध है उदयपुर प्रशासन:
बैठक दौरान टीएडी आयुक्त राजेन्द्र भट्ट ने कहा कि उदयपुर संभाग में पशुपालन और दुग्ध उत्पादन की स्थितियों को देखते हुए डेयरी विकास के लिए प्रशासन प्रतिबद्ध है और इसके लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने टीएडी के माध्यम से डेयरी विकास की गतिविधियांे के लिए 2.50 करोड़ बजट उपलब्ध कराने को आश्वस्त किया। इस दौरान जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने ग्राम पंचायत स्तर पर दुग्ध संग्रहण केन्द्र स्थापित करने की जरूरत बताई और कहा कि इसके माध्यम से जनजाति अंचल के पशुपालकों को संबल प्रदान किया जा सकता है। उन्होंने राजीविका से जुड़ी महिलाओं के माध्यम से अंचल में दुग्ध उत्पादन और दुग्ध संकलन गतिविधियों को प्रोत्साहित करने की अपनी प्रतिबद्धता जताई।
बांसवाड़ा-डूंगरपुर, उदयपुर के बाद चित्तौड़ का दौरा करेंगी:
उदयपुर संभाग के दौरे पर पहुंची राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन की एमडी सुषमा अरोड़ा बुधवार को बांसवाड़ा व डूंगरपुर तथा गुरुवार को उदयपुर का भ्रमण करने के बाद चित्तौड़ दौरे पर रहेंगी। इस दौरान वे चित्तौड़गढ़ जिला प्रशासन और डेयरी अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए डेयरी विकास गतिविधियों पर चर्चा करेंगी।