देवनारायण मन्दिर के पुजारी पर हमले के आरोपी पकडे गए
उदयपुर-राजसमंद, 21 नवंबर। राजसमंद ज़िले के ग्राम हीरा की बस्सी एनएच 58 पर देवनारायण मन्दिर के पुजारी एवं उसकी पत्नी पर पैट्रौल डालकर जलाने के आरोप में 4 अभियुक्तो को गिरफ्तार कर करीब 11 संदिग्धों से पूछताछ जारी है.
जानकारी के अनुसार रविवार 20.11.2022 को ग्राम हीरा की बस्सी एनएच 58 पर कामलीघाट चौराहे के पास एस. आर. पट्रोल पम्प के सामने देवनारायण किराणा स्टोर पर अज्ञात 10-12 नकाबपोश व्यक्तियो ने नवरतन प्रजापत उम्र करीब 70 साल तथा जमना देवी के उपर पैट्रौल पदार्थ डालकर आग लगा दी थी जिससे दोनों पति पत्नी बुरी तरह झुलस गए। मामले का अनुसंधान थानाधिकारी देवगढ द्वारा प्रारम्भ किया।
घायल नवरतन प्रजापत ने पुलिस को बताया कि हमले का कारण मंदिर को लेकर हुआ विवाद है, इसका ज़िम्मेदार नरेन्द्रसिंह है।
प्रथम द्रष्टया पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार विगत 3 माह पुर्व देवनारायण मन्दिर के पुजारी नवरतन प्रजापत जो विगत दो पीढीयो से पूजा अर्चना का कार्य कर रहा था पूजा को लेकर पुजारी एवं ग्रामीणों के बीच विवाद उत्पन्न हुआ इस संबंध में एक सिविल वाद माननीय सिविल न्यायालय देवगढ मे विचाराधीन भी है । मन्दिर की पूजा अर्चना के विवाद मे पुजारी को बेदखल करने तथा जान से मारने की नियत से पट्रौल पदार्थ डालकर प्राणघातक हमला किया गया ।
आरोपी नरेन्द्रसिह ने 20 हजार रुपये देकर अन्य व्यक्तियों से पट्रौल डालकर हत्या करवाना की मन्शा को कबुल किया। मजरूब द्वारा बयानो में नकाबपोश अक्षात व्यक्तियों द्वारा घटना कारित करना बताया तथा नरेन्द्रसिंह द्वारा घटना करवाने का जिक्र किया। नरेन्द्रसिंह की उपस्थिति एवं तकनीकी साक्ष्यों के आधार बनाते हुए पुलिस ने अब तक नरेन्द्रसिंह, भंवरसिंह उर्फ दिनेश, हरदेव भाट, जीतू उर्फ जितेंद्र सिंह से गहनता से पुछताछ करने पर घटना कारित करना स्वीकार किया। उक्त घटना मे अन्य अभियुक्तगणो की भुमिका के संबंध में अनुसंधान जारी है ।
गुटुर से अभियुक्त जितेन्द्रसिंह को किया दस्तयाबः
सम्पुर्ण घटना मे स्वंय का नाम नहीं आने तथा अन्य लोगो से घटना कारित करवाने की मन्शा से घटना स्थल से एक हजार किलोमीटर दूर से मजरूब पर पट्रौल डालने की योजना बनाने वाले अभियुक्त जितेन्द्रसिंह उर्फ जितु को देवगढ पुलिस टीम ने गुटुर हैदराबाद के पास से दस्तयाब किया।
थानाधिकारी एवं चौकी प्रभारी को किया निलम्बितः-
सम्पुर्ण घटना क्रम थाना देवगढ एवं कामलीघाट चौकी क्षेत्र मे होने तथा गंम्भीर मानवीय अपराध के घटित होने की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुये अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजसमन्द द्वारा प्रथम द्वष्टया पुलिस अधिकारी थाना इन्चार्ज देवगढ शैतानसिंह पुनि व चौकी प्रभारी राजुसिंह उनि की लापरवाही मानी जाने पर आईजी प्रफुल कुमार उदयपुर रेन्ज द्वारा निलम्बित किया गया।